Ranchi: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने निर्वाचन आयोग से आठ नवंबर तक त्योहारों को देखते हुए राज्य के सरकारी कर्मचारियों को उनकी जरूरत के अनुसार छुट्टी देने की मांग की थी. सीएम के बाद झारखण्ड पुलिस एसोसिएशन ने छठ व्रत करने वाले पुलिसकर्मियों के अवकाश के लिए डीजीपी को पत्र लिखा है. पत्र के अनुसार झारखण्ड विधान-सभा चुनाव के बीच हिन्दुओं का विशेष त्योहार छठ पूजा भी है, जो काफी आस्था एवं श्रद्धा का पर्व है. छठ महापर्व के अवसर पर अवकाश नहीं मिलने पर छठ पूजा करने वाले पदाधिकारियों, पुलिस कर्मियों का व्रत नही हो पाएगा. उल्लेखनीय है कि जो व्यक्ति इस व्रत को प्रत्येक वर्ष करते हैं, अगर इस वर्ष व्रत नही करेंगे तो उनका व्रत टूट जाएगा, जो उनके आस्था एवं श्रद्धा को प्रभावित करेगा. पहले फेज का मतदान 13 नवम्बर को है, और छठ व्रत विधिवत् रूप से दिनांक 5 नवम्बर से शुरू होना है. पहला अर्घ्य 7 नवम्बर एवं दूसरा अर्घ्य 8 नवम्बर को निर्धारित है. इन चार दिनों तक अवकाश स्वीकृत होने से छठ करने वाले पदाधिकारियों, पुलिस कर्मियों का व्रत में कोई कठिनाई नहीं होगी. 9 नवम्बर को अपने-अपने कर्तव्य पर वे उपस्थित हो जाएंगे.
चुनाव आयोग से मांग कर्मचारियों को दें छुट्टियां
मुख्यमंत्री सोरेन ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि वे सभी जिलों के डीसी, एसपी को निर्देश दें कि वे पूजा के दौरान इन कर्मियों को उनकी जरूरत के अनुसार छुट्टियां दें. सोरेन ने चुनाव ड्यूटी के लिए जब्त की गई बसों और अन्य वाहनों को भी 2 से 8 नवंबर तक अस्थायी रूप से रिलीज करने की मांग की है, ताकि छठ के अवसर पर घर पहुंचने में लोगों को असुविधा न हो.
बिना इजाजत हेडक्वार्टर नहीं छोड़ने के आदेश
बता दें कि झारखंड में विधानसभा की 81 सीटों के लिए दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को मतदान कराया जाना है. दोनों चरणों के लिए नामांकन दाखिल करने, नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी और नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. चुनाव को देखते हुए सभी जिलों के निर्वाचन पदाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों ने सभी कर्मचारियों को बिना अनुमति मुख्यालय न छोड़ने का आदेश दे रखा है. सरकार के 16 विभागों के कर्मचारियों की सेवा को अति आवश्यक श्रेणी में रखा गया है.