Ranchi: चाइबासा (पश्चिमी सिंहभूम) जिले के गोईलकेरा प्रखंड के दूरस्थ नक्सल प्रभावित सेरेंगदा गांव में जिला प्रशासन के तत्वावधान में सिंहभूम सांसद जोबा माझी के अध्यक्षता में तथा मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक, डीसी कुलदीप चौधरी, एसपी आशुतोष शेखर, डीडीसी की मौजूदगी में “प्रशासन आपके द्वार” कार्यक्रम का आयोजन किया गया. उक्त कार्यक्रम में अधिकारियों के साथ, प्रखंड प्रमुख, सभी मानकी-मुण्डा, मुखिया गण, सभी पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधिगण तथा उक्त क्षेत्र के तकरीबन 8000 नागरिक ने भाग लिया. कार्यक्रम में अतिथियों का पारम्परिक एवं स्थानीय रीति-रिवाज के अनुसार अभिनंदन किया गया. इस कार्यक्रम में दुर्गम क्षेत्र के नागरिकों की समस्याओं को निष्पादित करने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा सामाजिक सुरक्षा, बिजली, सड़क, आधार, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, पशुपालन, कृषि, आवास, समाज कल्याण सहित विविध 21 विभागों के स्टॉल का संचालन कर संबंधित आवेदन पत्र प्राप्त करते हुए योजना से संबंधित सभी जानकारियों को साझा किया गया. समारोह में उपस्थित प्रत्येक नागरिक को जिला प्रशासन की ओर से ठंड में बचाव के लिए कंबल और योजना की जानकारी युक्त थैला का वितरण किया गया.
प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम में अपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुऎ सिंहभूम सांसद ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में व्याप्त कामियों को दुर करने का कार्य निरंतर जारी है. ग्रामीण क्षेत्रों में विकासात्मक कार्य योजना का संचालन तथा यहां के नागरिकों के असुविधा को मद्देनजर रखते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सुदूरवर्ती क्षेत्र के गांवों के लिए यातायात सुविधा, स्वास्थ्य सुविधा, पेयजल सुविधा आदि की सुलभता के लिए जिला प्रशासन लगातार कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में व्याप्त नेटवर्क की समस्या को दूर करने के लिए भी सतत कार्य किया जा रहा है. इसके साथ ही दुर्गम क्षेत्र में अवस्थित गांव को सड़क मार्ग के माध्यम से जोड़ने का कार्य भी संचालित है. आमजनों को संबोधित करते हुए मनोहरपुर विधायक ने कहा कि प्रशासन आपके द्वार के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में सभी विभागों के द्वारा अपने-अपने स्टाल लगाए गए हैं, जहां क्षेत्र की समस्याओं से संबंधित कार्यों का निष्पादन सूनिश्चित किया जाएगा. जिस क्षेत्र के लोगों के लिए प्रखंड कार्यालय या जिला मुख्यालय पहुंचाना दुर्गम है, वैसे क्षेत्र में सरकार आपके गांव आएगी और आपकी समस्याओं के निष्पादन के लिए कार्य करेगी. क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक है कि सभी ग्रामीण संगठित रहें, यदि क्षेत्र का कोई व्यक्ति पीछे छूट रहा है तो उन्हें भी हम सबों को मिलकर आगे लाना होगा.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीसी ने कहा कि सुदूरवर्ती क्षेत्र में विकास कार्यों को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन पिछले 5 दिनों से इस क्षेत्र के विभिन्न प्रखंड, पंचायत, गांव का दौरा कर आम लोगों संग संवाद स्थापित कर रहे हैं, इसके अलावे रात्रि चौपाल आदि के माध्यम से यहां की समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई. जिला प्रशासन का प्रयास है कि राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक गांव के निवासियों को प्राप्त हो. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नेटवर्क की उपलब्धता से संबंधित कार्य योजना भी तैयार की गई है, ताकि दुर्गम क्षेत्र के प्रत्येक आंगनबाड़ी, विद्यालय, पंचायत भवन, प्रखंड-अंचल कार्यालय में नेटवर्क की सुविधा बहाल हो तथा योजनाओं का लाभ तेजी से आमजन तक पहुंच सके. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में योजनाओं के क्रियान्वन में स्थानीय मानकी-मुंडा, मुखिया व जनप्रतिनिधियों का अहम रोल होता है. इसके लिए जिला प्रशासन के द्वारा निर्देश जारी किया गया है कि अनुमंडल पदाधिकारी प्रत्येक माह अनुमंडल क्षेत्र के उपरोक्त जनों के साथ बैठक आयोजित करेंगे, जिससे समय रहते ही समस्या का समाधान हो जाएगा.