Ranchi: झारखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर यौन शोषण के मामले में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे प्राथमिक की कॉपी पुलिस जांच में फर्जी निकला. इस सम्बंध में कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है. वही राँची पुलिस फेक एफआईआर वायरल करने वाले की तलाश में जुट गई है. रविवार को सिटी एसपी ने बताया कि यह मामला पूरी तरह से फर्जी है. जिस किसी के द्वारा यह कृत्य किया गया है, उसकी पहचान कर उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मामले की जानकारी देते हुए सिटी एसपी ने बताया कि विभिन्न व्हॉटसएप ग्रुप में मंत्री बन्ना गुप्ता से संबंधित झूठी प्राथमिकी अंकित किया हुआ पत्र व्हॉटसएप में प्रसारित किया गया है. इस संदर्भ में तथाकथित आवेदिका पूजा महतो का छदम नाम का उपयोग कर सिटी एसपी कार्यालय राँची को सम्बोधित एक कुटरचित आवेदन तथा कार्यालय से संबंधित मिलता जुलता कुटरचित मोहर का आवेदन पत्र पर उपयोग किया गया है. मंत्री बन्ना गुप्ता के विरूद्ध यौन शोषण से संबंधित आरोप लगाते हुए एक कुटरचित झूठा आवेदन व्हॉटसएप में प्रसारित किया जा रहा है. इस संदर्भ में सिटी एसपी के गोपनीय प्रवाचक अमित राई के लिखित प्रतिवेदन के आधार पर तथाकथित प्रभात एवं अन्य अज्ञात के विरूद्ध प्राथमिकी कोतवाली थाना कांड संख्या-271/2024, दिनांक-06.10.2024, धारा-319 (2)/318(4)/336(2)/235/61(2), भा०न्या०स० एवं 66 (c) / 66(d), IT Act. दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि फर्जी एवं कुटरचित आवेदन के द्वारा मंत्री बन्ना गुप्ता एवं राँची पुलिस की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है.