Ranchi: कोयल शंख जोन के गुमला में सक्रिय 5 लाख के इनामी  सब-जोनल कमाण्डर रंथू उरांव अपने दस्ते के सदस्य के साथ गुमला पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. गिरफ्तार नक्सली की निशानदेही पर पुलिस करवाई राइफल समेत अन्य हथियार भी बरामद किए हैं गुरुवार को रेंज के डीआईजी अनूप बिरथरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बीते बुधवार को गुमला एसपी को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि कोयल-शंख जोन के सब-जोनल कमाण्डर एवं 5 लाख के ईनामी नक्सली रंथू उराँव उर्फ गुरुचरण घाघरा क्षेत्र से होते हुए गुमला थाना क्षेत्र के आंजन-हिरनाखाद जंगल की ओर अपने दस्ता सदस्यों के साथ आने वाला है. इस सूचना पर एसपी ने गुमला थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक क्यूआरटी का गठन किया गया. क्यूआरटी टीम आंजन जंगल की ओर जाने वाले क्षेत्र में छापामारी शुरू की. इसी क्रम में जंगल क्षेत्र में दो बाइक पर तीन संदिग्ध दिखाई दिया, जिसे रोकने के क्रम में उक्त व्यक्तियों के द्वारा फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश की गई. हालांकि क्यूआरटी टीम के द्वारा बेहद दक्षता के साथ गिरफ्तार किया गया. जिसकी पहचान गुमला जिले के ऊपर कुल्ली निवासी रंथू उराँव उर्फ गुरुचरण उराँव, जयशंकर महतो ओर रोहित उराँव के रूप में कई गई. तलाशी के क्रम में 2 देशी कट्टा, 4 IED, विभिन्न बोर का16 चक्र गोली एवं 6 नक्सल पर्चा पुलिस ने बरामद किया.

नक्सलियों के निशानदेही पर जंगल से हथियार बरामद

गिरफ्तार नक्सली से जब पुलिस कड़ाई से पूछताछ की तो इनलोगो के निशानदेही पर हरिनाखाड़ जंगल से जमीन में गाड़कर छुपाये गये प्रतिबंधित बोर का 1 Carbine, 315 bore का 3 Rifle 1 देशी एकनाली बंदूक तथा 115 चक्र गोली की बरामदगी की गई. साथ ही स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर दस्ता से जुड़े दो नक्सली राजू अहीर उर्फ राजू गोप ओर सुलेन्द्र मुंडा को कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र स्थित कुटमा से गिरफ्तारी किया गया. इन दोनों के पास से 1 देशी कट्टा एवं 6 गोली पुलिस ने बरामद किया है. इस संबंध में कुरूमगढ़ थाना में कांड दर्ज किया गया है.

दो दशक से सक्रिय है सब-जोनल कमांडर रंथू उरांव

सब-जोनल कमांडर रंथू उरांव गुमला जिला में विगत दो दशकों से सक्रिय रहा है तथा इस क्षेत्र में घटित प्रायः सभी नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है. अबतक 77 नक्सली घटनाओं का वॉछित नक्सली है. रंथू उरांव पर गुमला में 62, लोहरदगा में 10, लातेहार में 5 मामले दर्ज है. 26 जून 2007 को रायडीह थाना क्षेत्र में पुलिस बल पर जानलेवा हमला शामिल था. जिसमे 2 पुलिसकर्मी शहीद हो गए. 21 अक्टूबर 2010 को रायडीह थाना क्षेत्र में पुलिस बल पर हमला में शामिल था. इस हमले में 1 पुलिस कर्मी शहीद हो गया था. इस दौरान पुलिसकर्मी का रायफल एवं गोली छीन लिया था. 16 जनवरी 2010 को गुरदरी थाना क्षेत्र में पुलिस कर्मियों पर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था. जिसमे 7 पुलिसकर्मी एवं 1 ट्रक ड्राईवर शहीद हो गया था.

By Jha

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