Ranchi: झारखंड के सीएम हेमन्त सोरेन के निर्देश पर व डीजीपी अनुराग गुप्ता के नेतृत्व में बुधवार को राज्य के सभी जिलों में (राँँची जिला को छोड़कर) जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. कल आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम के बेहतर प्रचार प्रसार के लिए सभी जरूरी संसाधनों के माध्यम से नागरिकों को सूचित किया गया है. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय के स्तर से वरीय पुलिस पदाधिकारियों को विभिन्न जिलों में निगरानी करने के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है.
प्रतिनुयिक्त किये जाने वाले पुलिस पदाधिकारी व जिलों के नाम
1.जमशेदपुर में प्रक्षेप के आईजी अखिलेश कुमार झा
2. रामगढ़ में विशेष शाखा के आईजी प्रभात कुमार
3. खूँटी में आईजी अभियान होमकर अमोल विनुकांत
4. सिमडेगा में आईजी सीआईडी असीम विक्रांत मिंज
5. बोकारो मे प्रक्षेप के आईजी एस माईकल राज
6. लातेहार में जैप डीआईजी राज कुमार लकड़ा
7. पलामू में प्रक्षेप आईजी नरेन्द्र कुमार सिंह
8. हजारीबाग में आईजी प्रशिक्षण ए वियजालक्ष्मी
9. जामताड़ा में जेपीए निदेशक शैलेन्द्र कुमार सिन्हा10. देवघर में प्रक्षेप आईजी क्रांति कुमार गड़देसी
11. लोहरदगा में रेंज के डीआईजी अनुप बिरथरे
12. गिरिडीह रेंज के डीआईजी सुनील भास्कर
13. कोडरमा में जैप डीआईजी पटेल मयुर कन्हैया लाल
14. चतरा में जगुआर डीआईजी इन्द्रजीत महथा
15. धनबाद में डीआईजी जेडब्ल्यूएफएस नेतरहाट धनंजय कुमार सिंह
16. गढ़वा में पलामू डीआईजी वाई एस रमेश
17. पाकुड़ में रेंज के डीआईजी संजीव कुमार
18. गोड्डा में एसीबी डीआईजी शैलेन्द्र कुमार वर्णवाल
19. सरायकेला में सीआईडी डीआईजी संध्या रानी मेहता
20. गुमला डीआईजी वायरलेश अश्विनी कुमार सिन्हा
21. चाईबासा में रेंज के डीआईजी मनोज रतन चौथे
22. साहेबगंज में जैप-3 समादेष्टा अम्बर लकड़ा
23. दुमका में जैप-7समादेष्टा मो अर्शी
जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के मुख्य उदेश्य
– नागरिकों के पुलिस से संबंधित शिकायतों को प्राप्त करना एवं उक्त शिकायतो को पंजीकरण किया जाना
– शिकायतों पर पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई की सूचना शिकायतकर्ता को प्रेषित करना.
– निर्धारित समय-सीमा के भीतर कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में वरीय पदाधिकारियों के संज्ञान में विषय को प्रेषित किया जाना.
– कार्रवाई योग्य शिकायतों पर त्वरित एवं प्रभावी निवारण करना.
– जिन शिकायतों पर कार्रवाई संभव नहीं है, उनकी भी जानकारी शिकायतकर्ताओं को उपलब्ध करना.
– पुलिस द्वारा बनाये जा रहे सर्वोतम पद्धतियों को इन कार्यक्रमों के दौरान प्रर्दशित करना.
– नागरिकों की समस्या को समझते हुए पुलिस व्यवस्था में आवश्यक नीतिगत सुधार करना.