Ranchi: राजधानी रांची के पंडरा थाना पुलिस ने लूट व गोलीकांड मामले का खुलासा कर लिया है. अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद स्कॉर्पियों में पुलिस बोर्ड लगाकर  भागा था. दम्पत्ति समेत आठ अपराधी को पुलिस गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी में रामगढ़ जिले के सीसीएल कॉलोनी के रहने वाले राजेश श्रीवास्तव उर्फ राजेश सिंह, रांची के रातू थाना क्षेत्र के गोकुल धाम कमड़े निवासी चन्द्रशेखर प्रसाद सिन्हा, उसकी पत्नी साधना सिंह उर्फ प्रीति सिन्हा, लालपुर थाना क्षेत्र के करम टोली अहीर टोली के रहने वाले संतोष कुमार सिंह, पंडरा थाना क्षेत्र के इटकी रोड के रहने वाले कारू सिंह, सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के शिव दुर्गा मंदिर लेन के रहने वाले प्रकाश साव, पत्नी नीलम देवी उर्फ नीलम कुमारी और पूनम देवी का नाम शामिल है. आरोपी के निशानदेही पर 263000 रूपया नगद, 7.65 बोर का 5 गोली लोड एक देशी पिस्टल, 12 बोर का एक देशी कट्टा, 4 गोली, 9 एमएम का 3 गोली, घटना में प्रयुक्त एक स्कॉर्पियों, दो बाइक पुलिस ने बरामद किया है. रविवार को घटना की जानकारी देते हुए रांची एसएसपी ने बताया 30 दिसम्बर को आर्शीवाद आटा के मैनेजर बैंक में पैसा जमा करने के दौरान ओटीसी ग्राउण्ड के पास मैनेजर सुमित गुप्ता से हथियार के बल पर 13 लाख रूपया लूट किया गया था. और लूटपाट होते देख बगल में खड़ा स्टार होटल के मैनेजर सुमित कुमार के द्वारा अपराधियों को पकड़ने का प्रयास किया गया तो उसके उपर फायरिंग कर जख्मी कर दिया गया. जो वर्तमान में मेडिका में ईलाजरत है. काण्ड के उद्भेदन एवं अज्ञात अपराधियों का गिरफ्तार के लिए कोतवाली डीएसपी के नेतृत्व में एक SIT टीम के गठन किया गया था. इसके बाद टीम के द्वारा सभी बिन्दुओं पर गहराई से अनुसंधान करने पर एक अपराधी को फोटो के आधार पर पहचान किया गया. इसके बाद सीसीटीवी फूटेज के आधार पर बाकी अपराधियों का भी पहचान कर लिया गया. बीते शनिवार को सूचना मिला की आर्शीवाद आटा के मैनेजर से लूटपाट और फायरिंग करने वाले अपराधी रिंगरोड से पिस्का मोड़ की ओर आ रहे हैं. सूचना पर ईटकी रोड दिपाटोली मोड़ के पास चेंकिग लगाया गया. इसी क्रम में एक होण्डा साईन बाईक पर सवार राजेश श्रीवास्तव, उर्फ राजेश सिंह,  चन्द्रशेखर प्रसाद सिन्हा व प्रकाश साव पुलिस को देखकर अचानक अपनी बाइक को रोकर भागने का प्रयास करने लगा. जिसे पुलिसबल घेर का पकड़ लिया.  तलाशी लेने पर चन्द्रशेखर प्रसाद सिन्हा के पास एक लोडेड देशी पिस्टल, राजेश श्रीवास्तव के पास से एक 12 बोर का देशी कट्टा और चार जिन्दा गोली बरामद किया गया. तीनो अपराधी पुलिस को पूछताछ मे अर्शीवाद आटा का मैनेजर से 13 लाख रूपया का लूट और फायरिंग का घटना संलिप्तता स्वीकार की. आरोपी ने आगे पुलिस को बताया कि इस घटना का मुख्य सरगना चन्द्रशेखर प्रसाद के द्वारा योजना बनाया गया था. क्योकि चन्द्रशेखर पूर्व में आर्शीवाद आटा दुकान में काम भी करता था. इसलिए उसे पता था कि 2-3 दिन के बाद बैंक में पैसा जमा होता है. और सोमवार को ज्यादा पैसा जमा होता है. इसलिए ये लोग सोमवार को पैसा लूटने का योजना बनाये और रेकी की. इसे पूर्व 23 दिसम्बर को लूटने का योजना बनाया था और सभी लोग आर्शीवाद आटा गोदाम के पास आ गये थे, परन्तु उस दिन ये लोग लूट को अंजाम नहीं दे सका. इसके बाद फिर से 30 दिसम्बर को लोगों के द्वारा योजना अनुसार आर्शीवाद आटा के मैनेजर जब गोदाम से 12:30 बजे करीब पैसा जमा करने के लिए आईसीआईसी बैंक ओटीसी ग्राउण्ड के पास पहुँचे तो पीछे से चन्द्रशेखर प्रसाद सिन्हा और राजेश श्रीवास्तव मैनेजर से मारपीट कर पैसा लूटने लगा तो बगल में स्टार होटल के मैनेजर सुमित कुमार के द्वारा लूटपाट को देखकर अपराधियों को पकड़ने लगा. इसपर चन्द्रशेखर प्रसाद सिन्हा के ने फायरिंग कर दिया. इसके बाद सभी अपराधी ओटीसी ग्राउण्ड के दाहिने मेयफेयर गली होते हुए झारखंड नर्सरी के पास बाईक को छोड़कर कर स्कॉपियो में बैठ कर आईटीआई बस स्टैण्ड होते हुए रिंग रोड और रिंग रोड से ओरमांझी वृंदावन होटल भाग गये. वहाँ पर खाया पिया और पैसा बॉटवारा कर सभी लोग अपने-अपने घर चला गया. लूटपाट करने के बाद ये लोग स्कॉर्पियों में पुलिस बोर्ड लगा कर भगा था. राजेश श्रीवास्तव पर रांची, रामगढ़ व जमशेदपुर में एक दर्जन मामला दर्ज है. चन्द्रशेखर प्रसाद सिन्हा पर रांची में एक मामला दर्ज है. संतोष कुमार सिंह पर रामगढ़ में एक मामला दर्ज है.

By Jha

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