Patna : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को प्रगति यात्रा के दूसरे चरण में मुजफ्फरपुर जिले को 45140.12 लाख (451 करोड़ 40 लाख) रुपये की सौगात दी है. 76 योजनाओं से संबंधित शिलापट्टों का अनावरण कर उद्घाटन, शिलान्यास एवं कार्यारंभ किया. इनमें 9405.46 लाख रुपये की लागत से 51 योजनाओं का उद्घाटन, 24590.31 लाख रुपये की लागत से 23 योजनाओं का शिलान्यास एवं 11144.35 लाख रुपये की लागत से 2 योजनाओं का कार्यारंभ शामिल है.
प्रगति यात्रा के क्रम में सबसे पहले मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरपुर जिला अंतर्गत बागमती नदी पर प्रस्तावित उच्चस्तरीय पुल एवं गरहा (एनएच-57)- हथौड़ी-अतरार-बवनगामा- औराई पथ संबंधी कार्य का नक्शा पर अवलोकन किया. इस पथ की कुल लंबाई (3.35 किलोमीटर उच्चस्तरीय पुल सहित) 21.30 किलोमीटर है, इसकी कुल लागत 814.22 करोड़ है. मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरपुर-बरौनी खंड के एनएच-122 (पुराना एनएच-28) का फोरलेन चौड़ीकरण कार्य का स्थल निरीक्षण भी किया. मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरपुर के दिघरा रामपुर के पूर्वी भाग में प्रस्तावित रिंग रोड निर्माण से संबंधित कार्य का भी स्थल निरीक्षण किया. प्रस्तावित मुजफ्फरपुर ईस्टर्न रिंग रोड, मधौल (नया एनएच-22) दिघरा पट्टी (नया एनएच-122) बखरी (नया एनएच-27) को जोड़ती है, जिसमें मधौल से दिघरा 4.45 किलोमीटर भाग तथा दिघरा से बखरी 12.55 किलोमीटर है. इस पथ के बन जाने से दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर, मोतिहारी आदि स्थानों से आनेवाले वाहन मुजफ्फरपुर शहरी क्षेत्र बिना प्रवेश किये हुए पटना, समस्तीपुर, बरौनी की ओर सुगमता से जा सकेंगे, जिससे जाम तथा यातायात घनत्व को कम करने में सहायता मिलेगी. इस दौरान पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री मिहिर कुमार सिंह ने मुफ्फरपुर में प्रस्तावित एवं निर्माणाधीन पथों तथा पुल-पुलियों के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी.
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रस्तावित पथों एवं पुलों का निर्माण कार्य यथाशीघ्र शुरू कराएं. निर्माणाधीन पथों एवं पुलों के काम में तेजी लाकर इसे जल्द से जल्द पूर्ण कराएं. इन पथों एवं पुलों का निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी, साथ ही समय की भी बचत होगी. मुजफ्फरपुर और आसपास में लगनेवाले जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी.
स्टॉल निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने 1559 सामुदायिक संगठनों को आरंभिक पूंजी निधि एवं परिक्रमी निधि से संबंधित 48 करोड़ 12 लाख 26 हजार रुपये का सांकेतिक चेक, 1595 सतत् जीवकोपार्जन योजना के लाभार्थियों को 7 करोड़ 5 लाख रुपये का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री संबल योजना के तहत दिव्यांगजन लाभुकों को बैटरी चलित वाहन की चाबी, अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का सांकेतिक चेक एवं मुख्यमंत्री निजी (अन्य प्रजाति) पौधशाला प्रोत्साहन राशि से संबंधित सांकेतिक चेक लाभुकों को प्रदान किया. मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायत नरौली स्थित जीविका भवन की चाबी जीविका दीदियों को प्रदान किया.
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने नरौली ग्राम पंचायत में बने वृहद आश्रय गृह मुजफ्फरपुर (कॉमन सुविधा केंद्र) का निरीक्षण कर बहुउद्देशीय हॉल एवं कार्यालय का मुआयना किया तथा उपलब्ध सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली. मुआयना के क्रम में समाज कल्याण विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर ने बृहद् आश्रय गृह एवं वहां निर्मित बालक छात्रावास, बालिका छात्रावास में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के संबंध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया. वृहद आश्रय गृह के प्रांगण में मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरपुर जिले के विकास योजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास एवं कार्यारंभ रिमोट के माध्यम से किया.