Ranchi: एक माह से चल रहे अफीम के विरुद्ध अभियान में आधा दर्जन थाना क्षेत्र में 1080.41 एकड़ में लगे अफीम फसल को खूंटी पुलिस ने नष्ट किया है. मुरहू थाना क्षेत्र में 234.80 एकड़, अड़की थाना क्षेत्र में 294.69 एकड़, साइको थाना क्षेत्र में 227 एकड़, मारंगहादा थाना क्षेत्र में 171.5 एकड़ और कर्रा थाना क्षेत्र में 10.97 एकड़ अफीम फसल नष्ट किया गया है.
वही विभिन्न थाना क्षेत्रों के ग्रामीणों ने स्वय करीब 100 एकड से अधिक अवैध अफीम की खेती को नष्ट किया है. शनिवार के खूंटी एसपी अमन कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि अवैध अफीम की खेती के विरूद्ध खूँटी पुलिस 11 दिसम्बर से लगातार अभियान चला रही है. अबतक 1080.41 एकड़ में लगे अवैध अफीम के पौधों को विनष्ट किया गया है तथा 15 काण्ड भी दर्ज किए गए हैं. इन काण्डों में 3 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.
अड़की थाना पुलिस ने मोसंगा निवासी बीरखोदर मुण्डा, बुधु मुण्डा व सायको थाना पुलिस ने मुंडा टोला निवासी सीमोन नाग को गिरफ्तार किया है. तथा पुराने अफीम खेती के काण्डों के वांछित 2 आरोपी मुरहू थाना से गिरफ्तार किया गया है. इनमे बरकेला निवासी ओदार ओड़ेया और दोचा ओड़ेया का नाम शामिल है.
खूँटी पुलिस की अपील स्वयं अफीम के पौंधों को करें नष्ट
झारखण्ड पुलिस आम जनता से अपील करती है कि वे अफीम की खेती के खिलाफ सहयोग करें. अफीम की खेती किए जाने से भूमि की उर्वरा शक्ति खत्म होती है तथा जल स्त्रोत दूषित होता है. इससे मानव जीवन और मानव स्वास्थय पर गंभीर रूप से प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. अफीम की खेती करने वालों के विरूद्ध एनडीपीएस एवं पीट-एनडीपीएस अधिनियम के तहत कड़ी कानूनी कारवाई का प्रावधान है. अफीम की खेती करने पर 20 वर्ष से आजीवन कारावास तक की सजा एवं भारी जुर्माना हो सकता है. अफीम की खेती, परिवहन एवं दुरूपयोग से निपटने के लिए इस गतिविधि में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कारवाई की जाएगी तथा उनकी अर्जित अवैध संपत्ति को भी जप्त किया जाएगा. अफीम की खेती कर रहे लोगों से अपील है कि वे स्वयं अफीम के पौंधों को नष्ट करें. अन्यथा पुलिस के द्वारा नष्ट किए जाने पर जमीन मालिक की गिरफतारी भी की जाएगी.