Patna: गोपालगंज में औद्योगिक क्षेत्र, भागलपुर में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए 129.55 करोड़ स्वीकृत दी गई है. वही जमुई के मजोस-भंटा लौह अयस्क ब्लॉक की ई-नीलामी के लिए 4325.76 करोड़ आरक्षित मूल्य रिजर्व प्राइस स्वीकृत किया गया है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि गोपालगंज जिले में एक नया औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किया जाएगा. इसके लिए जिले के अंचल विजयीपुर स्थित दो गांवों की 32.66 एकड़ भूमि को बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार को स्थायी रूप से हस्तांतरित करने की स्वीकृति प्रदान की गई है. उन्होंने कहा कि यह भूमि हस्तांतरण सशुल्क आधार पर किया जा रहा है, जिसकी कुल राशि 11.39 करोड़ रुपये है. बियाडा को हस्तांतरित यह भूमि मौजा नोनापाकड़, थाना संख्या 70, खाता संख्या 167, खेसरा संख्या 01 में स्थित है और इसका रकबा 26.89 एकड़ है. वहीं दूसरी भूमि मौजा खिरीडीह, थाना संख्या 71, खाता संख्या 129, खेसरा संख्या 80 में स्थित है. इसका रकबा 5.77 एकड़ है. दोनों भूमि गैरमजरूआ परती कदीम श्रेणी की हैं. भूमि के मूल्य निर्धारण में 5,06,23,000 रुपये की सलामी राशि और 6,32,78,750 रुपये की पूंजीकृत व्यवसायिक लगान शामिल है.
भागलपुर के गोराडीह में बनेगा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर
भागलपुर जिले में नव इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निर्माण के लिए 96.89 एकड़ सरकारी भूमि, उद्योग विभाग को हस्तांतरण की स्वीकृति प्रदान की है. गोराडीह अंचल के मौजा-मोहनपुर, थाना संख्या 476, खाता संख्या 64 के खेसरा संख्या 58 एवं 62 में स्थित कुल 96.89 एकड़ सरकारी भूमि को उद्योग विभाग, बिहार, पटना को स्थायी रूप से निशुल्क अन्तर्विभागीय हस्तांतरण की स्वीकृति प्रदान की गई है. यह अधिशेष भूमि (अतिरिक्त जमीन) के तहत राज्य सरकार द्वारा अर्जित की गई थी. हस्तांतरित भूमि खेसरा संख्या 58 में 50.23 एकड़ जबकि खेसरा संख्या 62 में 46.66 एकड़ भूमि शामिल है. उद्योग विभाग इस स्थान पर एक नया इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित करेगा, जिससे क्षेत्र में औद्योगिक विकास को नई गति मिलेगी.
मजोस-भंटा लौह अयस्क ब्लॉक की नीलामी से मिलेगा बिहार को निवेश, रोजगार और औद्योगिक लाभ
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि जमुई जिले के मजोस-भंटा ब्लॉक की ई-नीलामी प्रक्रिया के लिए अनुमानित आरक्षित मूल्य यानि रिजर्व प्राइस स्वीकृत किया गया है. मजोस और भंटा मैग्नेटाइट (लौह अयस्क) ब्लॉक को एकीकृत कर संयुक्त मजोस-भंटा ब्लॉक बनाया गया है. इसकी ई-नीलामी प्रक्रिया के लिए 4325.76 करोड़ रुपये का अनुमानित आरक्षित मूल्य (Value of Estimated Resource) स्वीकृत किया गया है.
श्री चौधरी ने बताया कि दोनों ब्लॉकों में एक ही प्रकार का अयस्क (मैग्नेटाइट) है और उनकी सीमाएं भी आपस में जुड़ी हुई हैं. मजोस ब्लॉक में 48.4 मिलियन टन जबकि भंटा ब्लॉक में 6.49 मिलियन टन संसाधन हैं, जिन्हें एकीकृत कर कुल 54.89 मिलियन टन संसाधन वाले संयुक्त ब्लॉक के रूप में विकसित किया गया है.
उन्होने कहा कि एकीकृत करने से खनन प्रक्रिया आसान होगी, संसाधन की क्षति रुकेगी और नीलामी में अधिक प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित होगी. इससे पहले रोहतास जिले के भोरा-कटरा लाईम स्टोन ब्लॉक की निलामी सफल रही है.
श्री चौधरी ने कहा कि मजोस-भंटा ब्लॉक की ई-नीलामी के लिए स्टेट बैंक कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड को ट्रांजैक्शन एडवाइजर और मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉरपोरेशन लिमिटेड को नीलामी प्लेटफॉर्म के रूप में नियुक्त किया गया है. आरक्षित मूल्य की गणना भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण द्वारा आंकलित खनिज उपलब्धता और भारतीय खान ब्यूरो द्वारा जारी दरों के आधार पर की गई है.
उपमुख्यमंत्री चौधरी ने कहा कि इस नीलामी से बिहार को खनन क्षेत्र में नए निवेश, रोजगार के अवसर और राजस्व वृद्धि के साथ-साथ औद्योगिक विकास का भी लाभ मिलेगा.
