Patna : प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को सीतामढ़ी एवं शिवहर जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में सीतामढ़ी समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में संयुक्त समीक्षात्मक बैठक की. संयुक्त समीक्षात्मक बैठक में सीतामढ़ी जिला के जिलाधिकारी रिची पांडेय ने सीतामढ़ी और शिवहर जिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी. इस दौरान बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा के लिए महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेली मेडिसिन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी. इसके अलावा हर पंचायत में 10+2 विद्यालय, ग्राम पंचायत, नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज, परिमार्जन, परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णोद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी. समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं.
समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बैठक में जनप्रतिनिधियों ने जो भी समस्याएं रखी हैं, उनका जल्द से जल्द निराकरण करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि संपूर्ण बिहार में विकास का काम हमलोग करा रहे हैं. बिहार का कोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है. हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले 6 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटा किया गया है. इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है. पहले बरसात के महीने में सीतामढ़ी राज्य से 4 महीने के लिए कट जाता था, सीतामढ़ी से पटना पहुंचने में काफी समय लगता था और काफी परेशानी होती थी लेकिन अब लोग आसानी से सीतामढ़ी से पटना पहुंच रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है. अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है. इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है. वर्ष 2025 में 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा. हमलोगों ने सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने आज ही शिवहर और सीतामढ़ी जिले में विभिन्न विकास कार्यों का स्थल पर जाकर जायजा लिया. केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी ली. लोगों की समस्याएं सुनी है. इस बैठक में भी जनप्रतिनिधियों ने अपनी समस्याएं बताई हैं, उनको भी अधिकारियों ने नोट कर लिया है. सभी समस्याओं का समाधान पूरी तत्परता से किया जाएगा. जो भी विकास कार्य बचे हुए हैं उनको त्वरित गति से पूर्ण किया जाएगा.
समीक्षा बैठक में सीतामढ़ी जिले के लिये मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणायें
आप जानते हैं कि हम लोगों ने सीतामढ़ी में विकास का काफी काम करा दिया है फिर भी जो कुछ छूट गया है या कमी रह गयी है उसे पूरा किया जायेगा. आज मुझे रीगा में चीनी मिल जाने का मौका मिला. मुझे बहुत खुशी हुयी यह देखकर की बंद पड़ा यह चीनी मिल अब चालू हो रहा है. मैंने पूर्व में ही निर्देशित किया है कि गन्ना किसानों के पूर्व के बकाये का भुगतान राज्य सरकार करेगी और इसके लिए 52 करोड़ रु० की स्वीकृति भी मैंने दे दी है. गन्ना किसानों की सुविधा के लिए गन्ना के मूल्य में 20 रु० प्रति क्विंटल की वृद्धि करने का निर्देश दिया है.
पिछली बाढ़ में बागमती नदी का तटबंध टूटने से सीतामढ़ी जिला का एक बड़ा भू-भाग प्रभावित हुआ था इसलिए आज शिवहर से रीगा आते समय हेलीकॉप्टर से इस बांध का भी मैंने निरीक्षण किया है. इसके टूटे हिस्से की मरम्मति तुरंत करायी जायेगी. साथ ही लोगों की पुरानी मांग को देखते हुए मैंने यह भी निर्देशित किया है कि बागमती नदी के दोनों तटबंधों का सुदृढ़ीकरण किया जाय और उसके ऊपर सड़क बनायी जाए.
पुनौराधाम के विकास के लिए तो काफी काम कराये जा रहे हैं. इसके अलावा पंथपाकर (डोली स्थान) के लिए भी जमीन उपलब्ध करायी जायेगी और उसे विकसित किया जायेगा. मान्यता के अनुसार पंथपाकर में माँ सीता की डोली अयोध्या जाने के क्रम में रखी गई थी. पर्यटकीय विकास से रोजगार के साधन बढ़ेंगे.
मुझे ये जानकारी दी गयी है कि सीतामढ़ी जिले के 4 प्रखंडों मेजरगंज, सुप्पी, बैरगनिया एवं रीगा में बिजली की आपूर्ति में समस्यायें हो रही है, इसके समाधान के लिए मेजरगंज प्रखंड में एक नये विद्युत ग्रिड स्टेशन का निर्माण कराया जायेगा.
सीतामढ़ी में उद्योग लगाने के लिए 500 एकड़ भूमि चिन्हित की जायेगी जिस पर उद्योग लगाये जायेंगे, जिससे यहाँ के लोगों को रोजगार मिलेगा.