New delhi (agency): भारत ने पाकिस्तान के हर अटैक को फेल कर दिया है. दुश्मनों के कायराना हमले को एयर डिफेंस ने करारा जवाब दिया. पाकिस्तान ने गुरुवार शाम को जम्मू-कश्मीर और राजस्थान के सीमा क्षेत्रों में हवाई हमले और ड्रोन हमले किया. आधी रात के बाद भारतीय नौसेना ने अरब सागर में पाकिस्तान के कई टारगेट्स के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया. भारत ने पहले ही साफ कर दिया था कि उसकी कार्रवाई कंट्रोल और नपी-तुली होगी, लेकिन पाकिस्तान के हमलों का “जैसे को तैसा” जवाब दिया जाएगा. सरकार ने कहा था, “भारतीय सशस्त्र बल तनाव को ना बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं, बशर्ते कि इसे पाकिस्तानी सेना भी माने.”

पाकिस्तान के कई शहर में कार्रवाई, इमरजेंसी जैसी हालत

भारत ने पाकिस्तान के हमलों का जवाब देते हुए ना सिर्फ इस्लामाबाद को निशाना बनाया, बल्कि रावलपिंडी, पेशावर और लाहौर में भी जवाबी हमला किया. भारत ने बृहस्पतिवार रात को जम्मू, पठानकोट, उधमपुर एवं कुछ अन्य स्थानों पर सैन्य प्रतिष्ठानों पर पाकिस्तान द्वारा मिसाइल एवं ड्रोन से हमला किए जाने के प्रयासों को विफल कर दिया. अखनूर, सांबा, बारामूला और कपुवाड़ा तथा विभिन्न स्थानों पर विस्फोट और सायरन की आवाज सुनी गईं. भारतीय सेना ने पाकिस्तान से लगने वाली सीमा पर रात के समय बड़े पैमाने पर एयर अलर्ट ऑपरेशन चलाया. भारत के एस-400 सहति तमाम एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के तमाम मिसाइलों और ड्रोन को हवा में ही मार गिराया.भारत के तीनों सेनाओं ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. INS विक्रांत भी सक्रिय है. भारत के ताबड़तोड़ पलटवार के बाद पूरे पाकिस्तान में लॉकडाउन लगा दिया गया है. कई शहरों में इमरजेंसी हालात हैं.

अमेरिका भी भारत के साथ

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार देर रात अमेरिका समेत कई देशों के समकक्षों के साथ बात की. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के किसी भी उकसावे वाले प्रयास का दृढ़ता से मुकाबला करने के लिए भारत के दृढ़ संकल्प पर जोर दिया. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत में विदेश मंत्री जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काम करने की वाशिंगटन की प्रतिबद्धता की सराहना की. उन्होंने बातचीत के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, ‘सीमा पार आतंकवाद के प्रति भारत की लक्षित और संतुलित प्रतिक्रिया को रेखांकित किया. तनाव बढ़ाने के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से मुकाबला किया जाएगा. इस बीच रुबियो ने तत्काल तनाव कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया और भारत-पाकिस्तान के बीच सीधी बातचीत के लिए अमेरिकी समर्थन व्यक्त किया. इसके साथ ही संचार में सुधार के लिए निरंतर प्रयासों को भी प्रोत्साहित किया.

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