Ranchi: पुलिस मुख्यालय के सभागार में मंगलवार को डीजीपी एवं आईजी की अध्यक्षता में साईबर अपराध से संबंधित धोखाधड़ी वाले APK ऐप से बचने के लिए समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. बैठक में धोखाधड़ी वाले APK (Android Application Pakage) ऐप से संबंधित विभिन्न सुरक्षा नीतियों की व्यापक रूप से समीक्षा की गई.
समीक्षा के क्रम मे जामताड़ा एसपी द्वारा साईबर अपराध की रोकथाम से संबंधित पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुती दी गयी साथ ही साथ बताया गया कि साईबर अपराधी असली ऐप्स की तरह दिखने वाली नकली APK फाइल्स में मैलवेयर और वायरस छिपाकर यूजर्स के डिवाइस में इंस्टॉल करवाते हैं. जिससे लोगों का निजी डाटा चोरी कर बैंकिंग जानकारी प्राप्त कर डिवाइस को रिमोट कंट्रोल में ले लेते हैं जिससे साईबर अपराधी अपराध करने में सफल हो जाते हैं.
बैठक में डीजीपी अनुराग गुप्ता एवं आईजी के साथ वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एसएसपी, एसपी, तकनीकी रूप से दक्ष जिलों के पुलिस पदाधिकारी व कर्मी एवं I4C-MHA के राजेश कुमार अपनी टीम के साथ उपस्थित रहे.
साईबर अपराध से बचने एवं सुरक्षित रहने के लिए डीजीपी सभी एसपी को आम लोगों को जागरूक कराने के लिए दिये सुझाव
1. केवल आधिकारिक ऐप स्टोर से ऐप्स डाउनलोड करें.
2. अपने फोन में विश्वसनीय एंटी वायरस ऐप इस्टॉल करें.
3. अनजान स्रोतों से कोई भी ऐप डाउनलोड न करें.
4. सिस्टम को हमेशा अपडेट रखना सुनिश्चित करें.
5. सार्वजनिक स्थलों पर ब्लूटूथ और वाई-फाई प्रयोग करने पर विशेष ध्यान दें.
6. संदिग्ध कॉल्स/विज्ञापनों/लिंक / गतिविधि/मुफ्त ऑफर आदि को नजरअंदाज करें.
7. सिस्टम में ऑटोमैटिक डाउनलोड मोड को बद रखना सुनिश्चित करें.
8. साईबर अपराध की रोकथाम हेतु पुलिस द्वारा चलाये जा रहे जागरूकता अभियान में निश्चित रूप से भाग लें.
उपरोक्त दिए गए सुझाव से सभी पुलिस अधीक्षक आम जनता के बीच व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करेंगे.
