Ranchi: तस्करी की शिकार युवती आठ साल बाद बरामद लातेहार पुलिस दिल्ली के रुपनगर इलाके में स्थित घर से बरामद किया है. युवती की बरामदगी के लिए एसआईटी की टीम 14 अप्रैल को नई दिल्ली पहुंची. दिल्ली स्टेशन पर करीब 3 घण्टे रुककर लातेहार साईबर सेल के संपर्क में रहे. इसी बीच एसआईटी को जानकारी मिली कि पीडिता का लोकेशन नई दिल्ली के रुपनगर थाना क्षेत्र में है. देर न करते हुए एसआईटी की टीम रुपनगर थाना के सहयोग से पीडिता अंजेला नगेसिया को एक अपार्टमेन्ट से बरामद किया गया. पीड़िता को करीब 8 वर्ष पूर्व घरेलु काम कराने नई दिल्ली ले जाया गया था. जिसे पुलिस बरामद कर नई दिल्ली से लातेहार वापस लाया गया. इस संबंध में महुआडांड थाना (कांड सं0- 11/23) मामला दर्ज किया गया था.
बता दे कि वर्ष 2017 में ही दो युवती को तस्कर बहला फुसलाकर दिल्ली काम कराने के नाम पर दिल्ली में सुनीता मुरमुरिन और उसके पति ब्रजकिशोर सिंह को सुपुर्द कर दिया. दोनो दिल्ली में घरेलु कार्य करवाने के लिए ऑफिस खोल रखा था. एक युवती बीमार होने के कारण वापस लौट आई. जबकि अंजेला नगेसिया वही रह गई. घर के मालकिन द्वारा उससे ज्यादा काम कराने के कारण अंजेला नगेसिया भी बीमार होकर वापस सुनीता मुरमुरिन के पास आ गई. जब वो ठीक हो गई तो सुनीता मुरमुरिन ने उसे बिरेन्द्र कुमार गुप्ता के घर पर काम लगा दिया. अंजेला नगेसिया तीन महीना उस घर में काम की लेकिन पैसा उसके हाथ में नही मिला. तो अंजेला नगेसिया चुपके से उस घर से वर्ष 2018 में भाग गयी. लेकिन उसके बाद से अंजेला नगेसिया का कोई पता नहीं चला. जब जाकर उसके माता-पिता वर्ष 2023 में महुआडांड थाना में मामला दर्ज कराया. पीड़िता की बरामदगी के लिये एसआईटी का गठन किया गया था. उसकी बरामदगी तो नहीं होती थी लेकिन बदले में कई लडकियाँ इस रेस्क्यु में बरामद हो जाती थी. वर्ष 2024 में दूसरा एसआईटी का गठन किया गया. जो दिल्ली एवं अन्य स्थानों पर छापामारी कर अन्य कांडों में गुम लडकियों को रेस्क्यु कर बरामद किया. अंजेला नगेसिया का कोई भी पता नहीं चल पाया. घटना में शामिल अबतक 4 आरोपी को गिरफ्तार किया गया. जिसमें 3 आरोपी जेल में बंद है. दिसंबर 2024 में तीसरी बार एसआईटी का गठन किया गया. एसआईटी 10 दिसंबर से 5 जनवरी को तक दिल्ली में रहकर इस कांड में गहराई से अनुसंधान करते हुए लातेहार साईबर सेल से मदद लेते हुए ज्ञात हुआ कि अंजेला नगेसिया के आधार नम्बर से दिनांक- 26.08.2023 को आइडिया कम्पनी का सिम अपने नाम से ली थी। लेकिन किसी कारणवश फोन उपयोग में नही कर पाती थी। जिस कारण सिम भी बन्द हो गया। तब अंजेला नगेसिया एक परिचित महिला तारा उराँव के नाम का सिम उपयोग करने लगी।
