Ranchi: झारखण्ड सरकार की महत्वाकांक्षी पहल “आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत सोमवार को रांची जिले के विभिन्न प्रखंडों की पंचायतों में व्यापक स्तर पर शिविरों का आयोजन किया गया. इस क्रम में रांची डीसी मंजूनाथ भजन्त्री ने नामकुम प्रखंड के हाहाप पंचायत में आयोजित शिविर में शामिल हुए. तथा लाभुकों के बीच विभिन्न योजनाओं की परिसंपत्तियों का वितरण किया. शिविर में डीडीसी, नामकुम बीडीओ, राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि, विधायक प्रतिनिधि, प्रमुख, मुखिया सहित संबंधित विभागों के पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे.
डीसी मंजूनाथ भजन्त्री ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम राज्य सरकार की एक सार्थक पहल है जिसके माध्यम से प्रशासनिक तंत्र स्वयं पंचायत स्तर पर जनता के द्वार पहुंच रहा है. उन्होंने कहा, “सरकार का तंत्र आपके द्वार तक आएगा, आपकी समस्याओं को सुनेगा और त्वरित निष्पादन का प्रयास करेगा. यह सभी की सहभागिता से ही संभव हो पाएगा. उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि बीडीओ, सीओ एवं अन्य पदाधिकारी उनके कार्यों के निष्पादन के लिए सदैव तत्पर हैं. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से पहले से आवेदन कर चुके आवेदकों को जाति, आय, आवासीय प्रमाण-पत्र तथा अन्य जरूरी दस्तावेज मौके पर ही उपलब्ध कराए जा रहे हैं. साथ ही विभिन्न योजनाओं के तहत परिसंपत्तियों का वितरण भी लगातार किया जा रहा है.
योजनाओं की दी विस्तृत जानकारी
डीसी ने शिविर में उपस्थित लोगों को गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, ग्राम गाड़ी योजना, मनरेगा, सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी तथा आवेदन एवं लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया से भी अवगत कराया.
ऑन-द-स्पॉट परिसंपत्ति वितरण
शिविर में डीसी एवं अन्य अतिथियों द्वारा लाभुकों के बीच सामाजिक सुरक्षा पेंशन (वृद्धावस्था/निःशक्तजन/विधवा) के स्वीकृति पत्र, सोना-सोबरन धोती-साड़ी योजना के तहत धोती-साड़ी, दाखिल-खारिज शुद्धि पत्र एवं अन्य स्वीकृति पत्र दिया गया. डीसी ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि झारखण्ड सरकार की समस्त योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ पात्र लाभुकों तक पहुंचे, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि लाभुक इन योजनाओं का उपयोग कर अपना एवं अपने परिवार का विकास कर सकें.
प्रशासन का लक्ष्य है कि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे
डीसी ने इस कार्यक्रम को सरकार की जन-केंद्रित सोच का जीवंत उदाहरण बताते हुए कहा कि प्रशासन का लक्ष्य है कि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे.
जनकल्याणकारी कैंप में बच्चे का अन्नप्राशन एवं महिला की गोद भराई रस्म
जिले में नामकुम प्रखंड के हाहाप पंचयात में आयोजित कैंप में डीसी ने मातृ-शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण जागरूकता अभियान के तहत एक नवजात शिशु का अन्नप्राशन संस्कार कराते हुए उसे स्वयं खीर खिलाई तथा उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. इसके साथ ही एक गर्भवती महिला की गोद भराई रस्म भी पारंपरिक विधि-विधान से पूरी की. इस अवसर पर उन्होंने महिला को पौष्टिक आहार किट, मातृत्व सुरक्षा संबंधी सामग्री तथा शुभकामना संदेश प्रदान किया. डीसी ने अपने संबोधन में कहा कि “राज्य सरकार माँ और बच्चे के स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है. अन्नप्राशन और गोद भराई जैसे पारंपरिक संस्कारों को सरकारी कार्यक्रमों से जोड़कर हम न केवल पोषण का संदेश जन-जन तक पहुँचा रहे हैं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत को भी जीवंत रख रहे हैं.
आयोजित विशेष कैंपों में आकर अपनी शिकायतों का करे समाधान
डीडीसी सौरभ भुवनिया ने सरकार द्वारा आयोजित कैम्प में उपस्थित नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि आम जनता की हर छोटी-बड़ी समस्या का त्वरित एवं प्रभावी समाधान हो. उन्होंने कहा, आप सभी राज्य सरकार द्वारा आयोजित इन विशेष कैंपों में आकर अपनी शिकायतों का समाधान प्राप्त करें. आपके द्वारा प्राप्त हर शिकायत, आवेदन एवं समस्या का जिला प्रशासन द्वारा लगातार मूल्यांकन किया जा रहा है. आपकी हर समस्या को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर निवारण किया जा रहा है. अधिकांश शिकायतों का मौके पर ही निपटारा कर दिया जाता है. जिन मामलों में मौके पर समाधान संभव नहीं होता, उन्हें समयबद्ध तरीके से निस्तारित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित किया जाता है. उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे इन शिविरों का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और अपनी समस्याओं को बेझिझक अधिकारीगण के समक्ष रखें.
