Patna: नेपाल में हाल ही में हुए ‘Zen Z’ द्वारा आंदोलन और जेल तोड़कर भागने की घटनाओं के मद्देनजर बिहार सरकार ने सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक पुख्ता करने के लिए तत्काल कदम उठाए हैं. बुधवार को बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में एक हाईलेवल मिटिग का आयोजन किया गया. जिसमें नेपाल की सीमा से सटे सभी जिलों के एसपी और डीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य नेपाल की हालिया घटनाओं से उत्पन्न होने वाली संभावित चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करना था. मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों और एसपी को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने विशेष रूप से सीमा पार से बिहार में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया. किसी भी व्यक्ति को गहन जाँच के बिना सीमा में प्रवेश न करने देने का सख्त आदेश दिया गया है.
रेलवे स्टेशन, पुल समेत अन्य संस्थानों पर भी कड़ी निगरानी रखने को कहा
मुख्य सचिव ने राज्य के प्रतिष्ठित संस्थानों और पुल, रेलवे स्टेशन, पावर प्लांट आदि पर भी कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके. बैठक के दौरान प्रत्यय अमृत ने अधिकारियों को आश्वस्त किया कि किसी भी तरह की आपात स्थिति या अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता होने पर वे सीधे उनसे या डीजीपी से संपर्क कर सकते हैं. यह निर्देश अधिकारियों को त्वरित निर्णय लेने और किसी भी परिस्थिति में देरी से बचने में मदद करेगा. इस महत्वपूर्ण बैठक में डीजीपी विनय कुमार और एडीजी कुंदन कृष्णन भी उपस्थित थे. इसके अलावा, गृह विभाग के वरीय पदाधिकारीगण, सभी प्रमंडलीय आयुक्त, और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारी, आईजी और एसपी इस बैठक से जुड़े थे.
