Patna: चालक सिपाही भर्ती परीक्षा में कोषागार पदाधिकारी बन परीक्षा में मदद करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए रोहतास पुलिस ने चार आऱोपी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरपी में मधुबनी जिले के जयनगर थाना क्षेत्र के अशोक कुमार सिंह, जहानाबाद जिले के घोषी थाना क्षेत्र के श्रीपुर निवासी विकाश कुमार, काको थाना क्षेत्र के सुलेमानपुर निवासी संतोष कुमार औऱ घोषी थाना क्षेत्र के लंगड़ीश्राव निवासी ललेन्द्र कुमार का नाम शामिल है. आरोपी के पास से स्कॉर्पियो (BR22P8266), मोबाईल, फर्जी पहचान पत्र औऱ फर्जी आदेश पत्र पुलिस ने बरामद किया है.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चालक सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान आसूचना प्राप्त हुई कि परीक्षा केन्द्र डीएभी पब्लिक स्कूल कटार में एक व्यक्ति अपने आप को वरीय कोषागार पदाधिकारी बता कर परीक्षा केन्द्र में फर्जीवाड़ा कर एक अभ्यर्थी को परीक्षा में मदद करने के लिए परीक्षा केन्द्र के अन्दर गया हुआ है. सूचना पर डेहरी-1 एसडीपीओ के नेतृत्व में एक पुलिस टीम से प्राप्त हुई आसूचना की जाँच कराई गई, तो इस केन्द्र से अशोक कुमार नाम के एक व्यक्ति जो कि अपने आप को वरीय कोषागार पदाधिकारी सचिवालय विकाश भवन पटना बता रहे थे. जिसे हिरासत में लिया गया. अशोक कुमार के पास मौजुद कागजातों एवं उनके परिचय पत्र की जाँच की गई तो सभी कागजात एवं परिचय पत्र फर्जी पाया गया. पुछताछ में आरोपी ने खुलासा करते हुए बताया कि इस परीक्षा केन्द्र के कमरा नं0-06 में एक अभ्यर्थी विकाश कुमार को परीक्षा में मदद पहुंचाने के लिए फर्जी वरीय कोषागार पदाधिकारी बनकर आए हैं, उनके साथ उनका ड्राईवर एवं अन्य व्यक्ति भी इस फर्जीवाडा में उनके सहयोगी के रूप में शामिल है जो परीक्षा केन्द्र के अन्दर ही उनके स्कॉर्पियों गाडी में बैठे है. साथ ही बताया कि परीक्षा दे रहे अभ्यार्थी विकाश कुमार को उन्होने चालाकी से नकल करने के आरोप में पकड़ कर ओएमआर एवं प्रश्न पुस्तिका के साथ उनके कमरे से निकलकर ओएमआर एवं प्रश्न पुस्तिका उनसे लेकर उन्हे बाथरूम में रहने के लिए बोले तथा उसी बीच चुपके से परीक्षा केन्द्र में स्कॉर्पियों में मौजूद अपने सहयोगी से उसका प्रश्न पत्र हल कराकर अभ्यर्थी विकाश कुमार को हल कराया हुआ प्रश्न पत्र एवं ओएमआर शीट परीक्षा केन्द्र के बाथरूम में जाकर अभ्यर्थी विकाश कुमार को दे दिए है, जहां वह अपना ओएमआर शीट को भर रहा हैं. अशोक कुमार को बताये अनुसार परीक्षा केन्द्र के एक बाथरूम से अभ्यार्थी विकाश कुमार को प्रश्न पत्र एवं ओएमआर शीट के साथ गिरफ्तार किया गया. परीक्षा केन्द्र के ग्राउंड में मौजुद एक स्कॉर्पियो गाड़ी के अन्दर बैठे संतोष कुमार एवं ललेन्द्र कुमार को भी गिरफ्तार किया गया. विकाश कुमार पुछ-ताछ के क्रम में बताया कि उसके द्वारा इस परीक्षा में पास कराने के लिए अशोक कुमार से 10 लाख रू0 में बात तय हुई थी, जिसमें से इनके द्वारा 2.50 लाख रू० दिया गया है. सभी गिरफ्तार आरोपी से उनके पुर्व के अपराधिक इतिहास के संबंध में जाँच की जा रही है.

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