Ranchi: गढ़वा पुलिस ने बरवाडीह पंचायत समिति सदस्य के पति पर फायरिंग योजना का खुलासा कर लिया है. पंचायत समिति के पति योगेन्द्र प्रसाद को रास्ते से हटाने के लिए रांची के पुंदाग में योजना बनी थी. उप-मुखिया पति मंदीप यादव मनरेगा समेत अन्य योजनाओं को लेकर विवाद का बदला लेने के लिए सहयोगियों की मदद से घटना को अंजाम दिलवाया था. गिरफ्तार आरोपी में गढ़वा जिले के मंझिआव थाना क्षेत्र के करूई निवासी अमित कुमार सिंह उर्फ बबलु सिंह और पलामू जिले के पिपराटांड थाना क्षेत्र के गोंगो निवासी नितेश कुमार सिंह उर्फ नितु सिंह का नाम शामिल है. आरोपी के निशानदेही पर एक देशी कट्टा, 0.315 बोर का एक गोली, घटना में प्रयुक्त बाइक, 2 मोबाईल सहित अन्य समान पुलिस ने बरामद किया है. गुरुवार को घटना की जानकारी देते हुए गढ़वा एसपी दीपक कुमार पांडे ने बताया कि 7 मार्च को समय करीब 15.30 बजे चिनियाँ थाना क्षेत्र स्थित सिगसिगाखूर्द गांव निवासी योगेन्द्र प्रसाद को बाइक सवार दो अज्ञात अपराधियों ने तहले घाटी के पास गोली मारकर जख्मी कर दिया था. इस संदर्भ चिनियाँ थाना (काण्ड सं0-07/25) में मामला दर्ज किया गया. घटना का उद्भेदन एवं अपराधियो की गिरफ्तारी के लिए रंका एसडीपीओ के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया.
प्रारंभिक अनुसंधान, साक्ष्य संकलन एवं तकनीकी शाखा के सहयोग से अमित कुमार सिंह उर्फ बबलु सिंह और नितेश कुमार सिंह उर्फ नितु सिंह को गिरफ्तार किया गया. आरोपी के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त कट्टा, गोली समेत अन्य समान बरामद किया गया. घटना में शामिल अन्य आरोपी के विरुद्ध साक्ष्य संकलन किया जा रहा है. अमित कुमार सिंह के विरुद्ध गढ़वा, मंझिआंव और मेराल थाना में चार मामले पूर्व से दर्ज है.

योजनाओं को लेकर काफी दिन से चल रहे विवाद को लेकर हुए मारपीट में जेल में बंद है मंदीप

योगेन्द्र प्रसाद बरवाडीह पंचायत समिति सदस्य के पति है. उसी गाँव के मंदीप यादव बरवाडीह पंचायत के उप-मुखिया पति है. दोनो पक्षो के बीच पंचायत में चल रहे मनरेगा का योजना एवं अन्य योजनाओं को लेकर काफी दिन से विवाद चल रहा था. बीते दिनों मंदीप यादव एवं नितेश सिंह उर्फ नीतु सिंह द्वारा मनरेगा योजना के ठेकेदारी के लिए ब्लॉक से काफी योजना पंचायत में पास कराया था. योगेन्द्र प्रसाद के विरोध करने के कारण काफी योजना खारिज होकर वापस हो गया था. जिससे मंदीप यादव एवं नितेश सिंह उर्फ नीतु सिंह को काफी आर्थिक नुकसान हुआ था. इसी बात को लेकर कुछ दिन पहले मंदीप यादव एवं योगेन्द्र प्रसाद के बीच मारपीट की घटना हुई थी. इस संदर्भ दोनो तरफ से चिनिया थाना (काण्ड सं0-53/24 एवं 54/24) मामला दर्ज किया गया था. और मंदीप यादव जेल में बंद है. इसका बदला लेने के लिए जेल जाने से पहले मंदीप यादव ने अमित कुमार सिंह और नितेश सिंह उर्फ के साथ मिलकर रांची के पुंदाग स्थित मकान में एवं रंका में योगेन्द्र प्रसाद को रास्ता से हटाने के लिए हत्या का षडयंत्र रचा गया था. अमित कुमार सिंह तथा नितेश सिंह ठेकेदारी करने के दौरान एक-दूसरे से सम्पर्क में आया था. ठेकेदारी का काम में दोनों एक दूसरे को सहयोग करता था. एक दूसरे के घर आना-जाना लगा रहता था. मंदीप यादव को नितेश सिंह ने अमित कुमार सिंह का जान-पहचान कराया था. पंचायत में होने वाले सरकारी योजनाओं में ठेकेदारी के काम में सहयोग करता था. योगेन्द्र प्रसाद से मंदीप यादव का विवाद होने एवं मनरेगा योजना को लेकर हुए आर्थिक नुकसान के बारे में अमित कुमार सिंह को पता था. जिससे योगेन्द्र प्रसाद को रास्ते से हटाने के लिए यह भी शामिल हो गया और योगेन्द्र प्रसाद को गोली मारने में संलिप्त हुआ. योजनानुसार 7 मार्च को अमित कुमार सिंह एवं नितेश सिंह बाइक से गढवा से पेस्का होते हुए चफला आया. नितेश सिंह बाइक चला रहा था और बबलु सिंह हथियार लेकर पीछे बैठा हुआ था. योगेन्द्र प्रसाद के आने-जाने वाले रास्ते में ये दोनों इंतजार करने लगा. योगेन्द्र प्रसाद काम से हमेशा चिनियां ब्लॉक जाता था. जैसे ही योगेन्द्र प्रसाद अपने बाइक से तहले घाटी के पास जंगली क्षेत्र पहुंचा. .दोनों ने योगेन्द्र प्रसाद का पीछा कर अमित कुमार सिंह ने पीछे से गोली मार दिया. योगेन्द्र प्रसाद किसी तरह वहां से जख्मी हालत में भागकर अपना जान बचाया. गोली उनके उनके गर्दन में फंस गया था. जिसे ऑपरेशन कर बाहर निकाला गया. वर्तमान में योगेन्द्र प्रसाद ईलाजरत है तथा स्वस्थ्य है.

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