Ranchi: पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अनुराग गुप्ता ने झंडोतोलन किया. अपने उद्बोधन में अपराध और नक्सल को लेकर उपलब्धि गिनाई. उन्होंने कहा झारखण्ड पुलिस ने अनेकों चुनौतियों का सामना करते हुए वर्ष 2025 के माह-जनवरी से माह-जून तक (अर्धवार्षिक)197 नक्सलियों को गिरफ्तार किया, 10 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया तथा 17 नक्सली पुलिस मुठभेड़ में मारे गए. इस वर्ष झारखण्ड में नक्सल उन्मूलन अभियान में 4 पुलिस पदा व कर्मी अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए शहीद हो गये, जिसमें सुनिल कुमार मंडल, सत्यवान कुमार सिंह, परनेश्वर कोच एवं सुनील धान शामिल
हैं.
आतंकी संगठन से जुड़े लोगो पर कार्रवाई, कई नशे के तस्कर पकड़े गए
संगठित आपराधिक गिरोह के 12 अपराधियों को एवं प्रतिबंधित आतंकी संगठन HuT (HIZB UT-TAHIRIR) के 5 सक्रिय क्रियावादियों को एटीएस ने गिरफ्तार किया. वर्ष 2025 के माह-जनवरी से जून तक अवैध मादक पदार्थ के में संलिप्त 484 आरोपी को गिरफ्तार किया गया तथा विभिन्न प्रकार के अवैध मादक पदार्थों को भी जप्त किया गया, जिसका कुल अनुमानित मुल्य लगभग-34.09 करोड़ रूपया है. वर्ष 2024-25 में लगभग 27000 एकड़ भूमि मे लगे अफीम की फसल को विनिष्ट किया गया.
700 साईबर अपराध पकड़े गए
वर्ष 2025 के माह-जनवरी से जून तक साईबर अपराध में संलिप्त 700 से अधिक आरोपी को गिरफ्तार किया गया तथा 50 लाख से अधिक रूपये के साथ कई अवैध वस्तुएँ जप्त की गई। इसके अतिरिक्त प्रतिबिंब ऐप का सार्थक प्रयोग करते हुए 474 साईबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया साथ ही साईबर हेल्पलाईन नंबर डायल-1930 के माध्यम से साईबर अपराध से संबंधित लगभग 16 करोड़ रूपये फीज तथा न्यायालय के आदेशानुसार पीड़ितों के खाता में लगभग 80 लाख रूपये वापस कराये गये.
जन शिकायत समाधान कार्यक्रम
आम जनता से बेहतर समन्वय स्थापित करने एवं उनके समस्याओं के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पुलिस मुख्यालय स्तर से एवं राज्य के सभी जिलों में 22 जनवरी एवं 16 अप्रैल को ‘जन शिकायत समाधान कार्यक्रम आयोजित किये गये. इस क्रम में 4000 से अधिक शिकायते प्राप्त हुई, जिसमें करीब 3500 शिकायतों का त्वरित समाधान किया गया. ‘जन शिकायत समाधान कार्यक्रम’ की कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी.
राज्य में महिला के सुरक्षा हेतु सभी जिलों में महिला हेल्पडेस्क खोला गया है साथ ही महिला हेल्पलाइन नम्बर, पुलिस कंट्रोल रूम नम्बर को सार्वजनिक स्थलों पर उपलब्ध कराया गया है, ताकि पुलिस अल्प सूचना पर ही महिलाओं को त्वरित सहायता उपलब्ध करा सके. साथ ही सभी जिलों में महिला थाना भी संचालित है एवं महिला सुरक्षा हेतु “महिला शक्ति कमांडो”* का गठन किया गया है.
आज हम सभी यह संकल्प लें कि हम अपने देश को स्वच्छ, सुरक्षित, शिक्षित और समृद्ध बनायेंगे तथा झारखण्ड को अपराध, नक्सल मुक्त राज्य बनाने की ओर अपना अहम योगदान देना सुनिश्चित करेंगे.
