Ranchi: सीएम हेमन्त सोरेन के निर्देशानुसार डीजीपी अनुराग गुप्ता के नेतृत्व में राज्य के सभी जिलों में बुधवार को पुनः आयोजित होने वाले “जन शिकायत समाधान कार्यक्रम” को लेकर पुलिस मुख्यालय सभागार में समीक्षा बैठक की गयी. पूर्व में 10 सितंबर एवं 18 दिसम्बर को आयोजित “जन शिकायत समाधान कार्यक्रम” के संबंध में व्यापक रूप से समीक्षा किया गया. वही बुधवार को पुनः आयोजित होने वाले “जन शिकायत समाधान कार्यक्रम” को लेकर डीजीपी ने कई निर्देश दिये. आम नागरिकों से प्राप्त शिकायत पत्र का निष्पादन त्वरित गति से करना सुनिश्चित करने को कहा. अगर ऑन द स्पॉट शिकायत का समाधान करना संभव हो तो उसका समाधान उसी समय करने का निर्देश दिया. शिकायतों पर पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई की सूचना शिकायत्तकर्ता को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया.
शिकायतकर्ता के आवेदन पत्र के आलोक में आवश्यकतानुसार प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है. प्रत्येक जिला में ऑन लाईन शिकायत के लिए मोबाईल नम्बर तथा ईमेल आईडी की व्यवस्था कर आम नागरिकों के बीच प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित की जाय ताकि आम नागरिक अपनी समस्याओं को लेकर ऑन लाईन शिकायत पत्र प्रेषित कर सके.
आम जनता से प्राप्त लिखित एवं मौखिक शिकायतों को उचित रजिस्टर में संधारित करते हुये पावती संख्या के साथ सम्पर्क नम्बर भी उपलब्ध करायी जाय, ताकि शिकायतकर्ता द्वारा अपने शिकायत की जानकारी प्राप्त की जा सके.
सभी एसपी क्षेत्रों में निवासी कल्याण संघ का गठन कराने के लिए प्रेरित करेंगे. गुमशुदा बच्चों एवं महिलाओं के सुरक्षा के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए Victim compensation Scheme के बारे में जागरूक करेंगे. नये अपराधिक कानून के अन्तर्गत Zero FIR एवं Online FIR करने के प्रणाली, Dial-112 एव Dial-1930 (साईबर फ्रॉड) के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए जागरूक करना सुनिश्चित करेंगे. कमजोर वर्ग के नागरिकों के लिए एससी/एसटी अत्याचार निवारक अधिनियम के तहत दर्ज काण्डों में यथाशीघ्र अग्रतर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें. क्षेत्र में होने वाले सम्पति मूलक अपराध एवं अपराधियों की सूचनाएँ, साईबर अपराध तथा अवैध रूप से नागरिकों से ठगी करने वाली चिटफड कम्पनियों की जानकारी प्राप्त कर अग्रतर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें.
ऐसे क्षेत्र जहाँ मानव तस्करी की घटना को लेकर अपराध होते है वहाँ पर विशेष रूप से अपराध की भुक्तभोगियों की सूचना प्राप्त की जाय एवं सलिप्त अपराधियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर अग्रतर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें. अफीम की खेती तथा ब्राउन शुगर इत्यादि की खरीद-बिक्री की जानकारी प्राप्त करते हुए इसकी रोकथाम के लिए नागरिकों को जागरूक करना सुनिश्चित करें. स्कूल/कॉलेज के बच्चों द्वारा नशीले पदार्थों का सेवन करने की जानकारी प्राप्त होने पर उसके रोकथाम हेतु आवश्यक कदम उठाया जाय. शहरी क्षेत्र में बंद स्कूल, कॉलेज, सड़क आदि स्थानों में असमाजिक तत्वों का जमावड़ा प्रायः होता है, इस संबंध में कड़ी निगरानी रखते हुए आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें.

इस बैठक में डीजीपी अनुराग गुप्ता के अतिरिक्त आईजी मुख्यालय मनोज कौशिक, आईजी अभियान अमोल विनुका होमकर, आईजी विशेष शाखा प्रभात कुमार, आईजी सीआईडी असीम विक्रांत मिंज, आईजी प्रशिक्षण ए वियजालक्ष्मी, डीआईजी जैप कार्तिक एस,
डीआईजी जंगलवार फेयर स्कूल नेतरहाट धनंजय कुमार सिंह, डीआईजी वायरलेस अश्विनी कुमार सिन्हा, डीआईजी एसीबी शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल, डीआईजी एसआईबी चंदन कुमार झा, डीआईजी प्रियदर्शी आलोक, एसपी अभियान अमित रेणु भौतिक रूप से एवं सभी प्रक्षेत्रीय आईजी, डीआईजी, एसपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से उपस्थित रहे.

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