Ranchi: झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से कहा है कि वे बूथ लेवल एजेंट की नियुक्ति में तेजी लाएं. उन्होंने राजनीतिक दलों को एक पत्र जारी करके चिंता जताई है कि यह काम बहुत धीमा चल रहा है. उन्होंने बताया कि बीएलए की नियुक्ति इसलिए जरूरी है ताकि मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम को और भी पारदर्शी बनाया जा सके.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तैयारियों एवं इसकी प्रक्रिया में पारदर्शिता तथा विश्वसनीयता को और अधिक बढ़ाने के लिए मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) नियुक्त करने की सुविधा प्रदान की गई है. जिससे किसी प्रकार की विसंगति को संज्ञान में लाया जा सके एवं राजनीतिक दलों की सक्रिय सहभागिता हो सके. इसके लिये मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से पूर्व में भी विभागीय पत्रों के माध्यम से एवं विभाग में आयोजित बैठक में बूथ लेवल एजेंट की नियुक्ति करने का आग्रह किया है, परन्तु अभी तक अधिकांश राजनीतिक दलों द्वारा उक्त संदर्भ में नियुक्ति की प्रक्रिया काफी धीमी है.
18 जिलों में नही भेजी गई है सूची
श्री के. रवि कुमार ने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से अनुरोध किया है कि आगामी पुनरीक्षण कार्यक्रम के दृष्टिगत सभी मतदान केन्द्रों के लिए बूथ लेवल एजेंट की नियुक्ति को प्राथमिकता के आधार पर करते हुए तत्संबंधी सूची संबंधित निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, जिला निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के रिपोर्ट के अनुसार, 14 अक्टूबर 2025 तक, राज्य में केवल 2,403 बीएलए की ही नियुक्ति हुई है. जिसमें सबसे ज्यादा नियुक्ति बीजेपी ने 1,560 बीएलए नियुक्त किए हैं, आरजेडी ने 435, कांग्रेस ने 76, जेएमएम ने 332 नियुक्त किए हैं, वहीं आप, बसपा, सीपीआइ (एम) और आजसू ने अब तक कोई भी बीएलए के लिये सूची नहीं समर्पित किए है. रिपोर्ट के अनुसार मात्र 6 जिलों में बीएलए नियुक्ति के लिये सूची प्राप्त हुआ है. अन्य सभी 18 जिलों में एक भी बीएलए की नियुक्ति के लिये किसी भी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल द्वारा कोई सूची नहीं भेजी गई है.
