Ranchi: गुमला पुलिस के एनकाउंटर में ईनामी नक्सली मार्टिन केरकेट्टा के मारे जाने के बाद पीएलएफआई संगठन के सदस्य ने पुलिस पर सवाल उठाए है. कहा फर्जी एनकाउंटर कर मार्टिन केरकेट्टा मारा गया है. इसके विरोध में 11 तारीख को बंदी का घोषणा किया गया है. केंद्रीय कमेटी सदस्य अमृत होरो ने विज्ञप्ति जारी किया है.
बता दे कि 6 अगस्त को 15 लाख के इनामी सुप्रीमो कामडारा थाना क्षेत्र के रेड़वा चुवाटोली निवासी मार्टिन केरकेटा को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया था. गुमला एसपी को गुप्त सूचना मिली कि कामडारा थाना क्षेत्र के ग्राम चंगाबारी, बनटोली के आस-पास जंगल में पीएलएफआई उग्रवादी के सदस्य किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से भ्रमणशील है. सूचना पर बसिया एसडीपीओ के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया. छापामारी के क्रम में पुलिस बल एवं पीएलएफआई उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें पुलिस की ओर से आत्मरक्षार्थ की गई फायरिंग में 15 लाख का ईनाम सुप्रीमो-रिजनल कमांडर मार्टिन केरकेटा को मारा गया. शव के पास से 5.76 एमएम का एक पिस्टल, गोली बरामद हुआ है.

दिनेश गोप के पकड़े जाने के बाद बना था सुप्रीमो

पुलिस मुठभेड़ में ढेर 15 लाख के इनामी मार्टिन केरकेट्टा दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद संगठन की कमान संभाल रहा था. मूलरुप से गुमला जिले के कामडारा थाना क्षेत्र स्थित रेड़मा निवासी मार्टिन केरकेट्टा दिनेश गोप के बाद सेकेंड मैन के रूप जाना जाता है.
मार्टिन केरकेट्टा ने गुमला के कामडारा इलाके में नरसंहार समेत कई हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया था. तीन साल पहले कामडारा में हुई मुठभेड़ में जोनल कमांडर गुज्जू गोप मारा गया था, लेकिन मार्टिन बच निकला था. 9 अगस्त 2024 को खूंटी पुलिस ने मार्टिन के घर और ससुराल पर छापेमारी की थी. इस दौरान कई सामान बरामद हुए थे, लेकिन मार्टिन फरार हो गया था. पुलिस ने तब उसके जीजा को हिरासत में लिया था. मार्टिन की पत्नी रांची मव ही रहती थी. हालांकि फिलहाल कहाँ रहती है. इसकी जानकारी किसी के पास नही है.

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