Ranchi: चाईबासा के गोईलकेरा में 13 अगस्त को पुलिस नक्सली के बीच हुए मुठभेड़ के बाद भारी मात्रा में हथियार गोली बरामद किया गया है. सर्च अभियान के दौरान 4 एसएलआर रायफल, 527 गोली, एसएलआर का 9 मैगजीन, 9 खोखा, एलएमजी का 1 मैगजीन, 3 डेटोनेटर, 5 मैगजीन पाउच, 6 पिट्ठू, 3 नक्सली वर्दी, नक्सली पर्चा, 18बैटरी, 1 जंगल शूज, 1 बेल्ट समेत अन्य दैनिक उपयोग का समान बरामद किया गया है. मुठभेड़ में कई नक्सली घायल हुए है. कई नक्सली दस्ता छोड़कर भाग खड़े हुए. बरामद हथियार पुलिस से लूटे गए थे.
मुठभेड़ में मारा गया था छत्तीसगढ़ का नक्सली
चाईबासा के गोईलकेरा में 13 अगस्त को पुलिस नक्सली के बीच हुए मुठभेड़ में छत्तीसगढ़ के सुकमा निवासी एरिया कमांडर अरूण उर्फ वरूण उर्फ निलेश ढेर हो गया था. पुलिस को आसूचना प्राप्त हुई कि माओवादी नक्सली दस्ता के विभिन्न कमांडरो के साथ स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कोल्हान क्षेत्र में कुछ बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए इकट्ठा हुए है. आसूचना पर चाईबासा पुलिस एवं कोबरा की संयुक्त टीम गठन कर अभियान प्रारंभ किया गया. अभियान के क्रम मे गोईलकेरा थाना क्षेत्र के दुगुनिया, पोसैता, तुम्बागाड़ा के जंगल क्षेत्र में नक्सली की ओर से सुरक्षाबलों को देखकर गोलाबारी शुरू कर दी गई. आत्मरक्षार्थ सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की. सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख नक्सली दस्ता के सदस्य पहाड़ एवं घने जंगल का लाभ लेते हुए भाग खड़े हुए. मुठभेड़ के बाद सर्च अभियान चलाया गया, जिस दौरान एरिया कमांडर अरुण का शव के साथ एसएलआर, गोली एवं अन्य सामान बरामद किया गया. एरिया कमांडर अरूण उर्फ वरूण उर्फ निलेश मदकम के विरुद्ध गोईलकेरा थाना में दो मामला पूर्व से दर्ज है.
हिंसावादी विचारधारा को छोड़ करे आत्मसमर्पण
चाईबासा पुलिस का बचे हुए सभी नक्सलियों से अपील की जाती है कि वे हिंसावादी विचारधारा को छोड़कर आत्मसमर्पण करें तथा झारखण्ड सरकार की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ लेकर मुख्य धारा से जुड़े. झारखण्ड सरकार के द्वारा आत्मसमर्पण नीति को और अधिक सुगम बनाया गया है, जिससे आत्मसमर्पित नक्सली को 24 घंटे के अंदर ओपेन जेल में किया जा सकेंगा शिफ्ट. सभी नक्सली सरकार द्वारा दी जा रही इस सुविधा का लाभ उठाये तथा नक्सलवाद विचारधारा को त्याग मुख्यधारा में शामिल हों.
