Ranchi: एडीजी प्रशिक्षण एवं आधुनिकीकरण सुमन गुप्ता मंगलवार को ई-साक्ष्य ऐप से संबंधित की समीक्षा बैठक की. समीक्षा के क्रम में एडीजी ने अनुसंधान के मद्देनजर सभी जिलों के एसपी को इस तथ्य से अवगत कराया कि घटित घटनाओं का विशेष रूप से विडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी के लिए शत प्रतिशत अनुसंधानकर्ताओं को ई-साक्ष्य ऐप का उपयोग अनिवार्य रुप से करायी जाए. बैठक में पुलिस मुख्यालय की टीम द्वारा तैयार पीपीटी के माध्यम से ई-साक्ष्य ऐप का उपयोग के बारे मे सभी क्षेत्रीय डीआईजी, एसएसपी, एसपी के साथ साझा किया गया. जिलों द्वारा ई-साक्ष्य ऐप का उपयोग करने से संबंधित ऑकड़ों की भी समीक्षा की गयी. एडीजी ने निर्देश दिया कि सभी क्षेत्रीय डीआईजी ई-साक्ष्य ऐप का उपयोग जिला स्तर पर अनुसंधानकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है या नहीं इसका निगरानी करेंगे. एडीजी की अध्यक्षता में पुलिस मुख्यालय सभागार से सभी क्षेत्रीय डीआईजी, एसएसपी, एसपी (रेल जमशेदपुर एवं धनबाद सहित) के साथ विडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से नये आपराधिक कानून यथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम में प्रावधानित धाराओं का सही एवं सकारात्मक प्रयोग करने से संबंधित घटित घटना को लेकर अपराध दृश्य, घटनास्थल, तलाशी एवं जप्ति प्रकिया तथा वादी एवं साक्षियों के बयान आदि को इलेक्ट्रानिक माध्यम से रिकार्ड किये जाने एवं ई-साक्ष्य ऐप पर अपलोड करने के संबंध में व्यापक रूप से समीक्षा की गई.
इस समीक्षा बैठक में एडीजी प्रशिक्षण एवं आधुनिकीकरण सुमन गुप्ता, जैप डीआईजी संध्या रानी मेहता, सीसीटीएनएस के राज्य नोड्ल पदाधिकारी-सह-डीआईजी जैप कार्तिक एस, वरीय निदेशक आईटी एनआईसी राजीव कुमार सिन्हा, उप-निदेशक आईटी एनआईसी अनुप रंजन, पुलिस निरीक्षक सह एसपीएमयू के प्रभारी संदीप कौशिक सीसीटीएनएस के डाटाबेस एडमिन एवं एसपीएमयू के अन्य सदस्य उपस्थित थे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेंज के डीआईजी, एसएसपी, एसपी उपस्थित थे.
