Patna: बिहार सरकार द्वारा राज्य के युवाओं को उनके कौशल के अनुरूप रोजगार उपलब्ध कराने की मुहिम अब रफ्तार पकड़ने लगी है. बिहार के हुनरमंद युवाओं को देश की बड़ी कंपनियां उनकी प्रतिभा के अनुरूप न केवल देश में बल्कि जापान और दुबई जैसे देशों में नौकरियां दे रही हैं. विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर राजधानी के दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन संस्थान में आयोजित पांच दिवसीय मेगा जॉब फेयर- 2025 में एआईईएचएस डेवलपमेंट ने बिहार के रोहित कुमार गुप्ता को सालाना 24 लाख रुपये के पैकेज पर नियुक्त किया है. रोहित कुमार गुप्ता को इस कंपनी ने जापान में तैनात किया है. इतना ही नहीं, इसी कंपनी ने रेहान और मुस्कान को भी दुबई में क्रमश: 12 लाख व 11.5 लाख के सालाना पैकेज पर नियुक्त किया है.
इसके अलावा एमआरएफ ने पंकज, ददन कुमार और आशुतोष राज को तीन-तीन लाख के सालाना पैकेज पर नियुक्त किया है. इन्हें भारत में ही काम करना होगा.

मंत्री ने सौपा नियुक्ति पत्र, 40 हजार युवा ने कराया था निबंधन

विगत 10 से 15 जुलाई तक राजधानी के वेटनरी कॉलेज के समीप दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन संस्थान में आयोजित मेगा जॉब फेयर के अंतिम दिन राज्य के श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने इन युवाओं को उनकी कंपनी की तरफ से नियुक्ति पत्र सौंपा. और उन्हें उनके सुनहरे भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी. श्रम संसाधन विभाग के सचिव दीपक आनंद ने बताया कि इस पांच दिवसीय जॉब फेयर में राज्य के 40 हजार से भी अधिक युवाओं ने रोजगार के लिए अपना निबंधन कराया है. जिसमें चार हजार से अधिक युवाओं को देश की 80 प्रतिष्ठित कंपनियों ने उनकी प्रतिभा के आधार पर नियुक्ति पत्र सौंपा है. हर साल 15 जुलाई को मनाए जाने वाले विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर बिहार की दो कंपनियों के साथ श्रम संसाधन विभाग के नियोजन एवं प्रशिक्षण निदेशालय ने त्रिपक्षीय समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. इन दो कंपनियों में स्विंग स्टेटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और लवली क्रिएशन शामिल हैं. ये दोनों कंपनियां युवकों और युवतियों को हुनरमंद बनेंगे. इस मौके पर श्रम संसाधन विभाग के सचिव दीपक आनंद ने कहा कि बिहार सरकार ने पिछले सात वर्षों में राज्य के 40 लाख से भी अधिक युवाओं का कौशल विकास किया है. उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि आप आरंभिक दौर मीन जिस कंपनी को अपनी सेवाएं दें तो थोड़ा धैर्य रखें. कम समय में कंपनी बदलने से उनका नुकसान हो सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि अब समय आ गया है कि हमें अपने प्रशिक्षण के तौर-तरीके बदलने होंगे. अब एआई और क्लाउड के क्षेत्र में रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध हैं.

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