Ranchi: सीएम हेमन्त सोरेन के निर्देश पर डीजीपी अनुराग गुप्ता के नेतृत्व में बुधवार को राज्य के सभी जिलों में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम आयोजित किया गया. जमीन, अपराध, महिलाओं, बच्चों, साईबर, धोखाधड़ी के विरुद्ध होने वाले अपराध के समाधान के लिए थानों के बार-बार चक्कर न लगाना पड़े बल्कि उनका सामाधान हो इसके लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया. राज्यभर में बनाये गए 88 केन्द्र पर 2109 शिकायतकर्ता शिकायत लेकर पहुंचे. अधिकतर शिकायत का समाधान किया गया. इस अवसर पर सभी जिलों में पुलिस एवं प्रशासन की संयुक्त टीमों द्वारा जनसंपर्क शिविर, बैनर, प्रचार वाहन, पोस्टर, पंपलेट, प्रिंट मीडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से आम नागरिकों को कार्यक्रम की जानकारी दी गई.
जन शिकायत समाधान कार्यक्रम की इस पहल से जनता और पुलिस के बीच विश्वास की मजबूत नीव को तैयार करना, साथ ही पीड़ित, महिलाओं, बच्चों, कमजोर वर्गों, बुजूर्गों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना साथ पुलिस की पहुँच को ग्रामीण और दूर दराज क्षेत्रों में सुलभ बनाना एवं आम जनता और पुलिस के बीच की दूरी को पूरी तरह से मिटाना है. इस कार्यक्रम में शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों की समस्याओं को सुनने और उसका तत्काल रूप से समाधान करने के लिये एवं कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस एवं अन्य अधिकारियों ने सक्रिय रूप से भूमिका निभाई. उक्त कार्यक्रम की मॉनिटरिंग हेतु पुलिस मुख्यालय स्तर से एक-एक पुलिस पदाधिकारी को नामित किया गया था.
जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के मुख्य उदेश्य
1. शिकायत केन्द्रों में आने वाले नागरिकों की शिकायतों का त्वरित पंजीकरण करना एवं संभव हो तो ऑन द स्पॉट समाधान करना.
2. पुलिस के अलावे अन्य विभाग से संबंधित मामलों को संबंधित विभाग के संज्ञान में देकर समाधान कराने का सार्थक प्रयास करना.
3. शिकायतों पर पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई की सूचना शिकायतकर्ता को प्रेषित करना.
4. निर्धारित समय-सीमा के भीतर कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में वरीय पदाधिकारियों के संज्ञान में विषय को प्रेषित करना.
5. नागरिकों की समस्या को समझते हुए पुलिस व्यवस्था में आवश्यक नीतिगत सुधार करने का प्रयास करना.
कार्यक्रम कीं विशेषताएँ
1. आम नागरिकों से प्राप्त शिकायतों को पंजीकृत एवं ऑन द स्पॉट निष्पादित होने वाले शिकायतों का सामाधान किया गया.
2. ऑन-लाईन शिकायत हेतु मोबाईल/Whatsaap नम्बर तथा E-mail ID प्रत्येक जिलों में नागरिकों को उपलब्ध कराकर ऑन लाईन शिकायत दर्ज करने के लिए प्रेरित किया गया.
3. प्राप्त लिखित एवं मौखिक शिकायतों को रजिस्टर में संधारित करते हुये शिकायतकर्ता को पावती संख्या के साथ सम्र्पक नम्बर भी उपलब्ध करायी गई, ताकि शिकायतकर्ता को अपने शिकायत की जानकारी प्राप्त हो सके.
4. प्राप्त शिकायतों को निर्धारित समय सीमा के अन्दर कार्रवाई करने का आश्वासन शिकायतकर्ता को दिया गया.
कार्यक्रम में लोगो को दी गई जानकारी
1. महिलाओं एवं बच्चों के सुरक्षा के संबंध में जानकारी देते हुए Victim compensation Scheme के बारे में बताया गया.
2. नये अपराधिक कानून के अन्तर्गत Zero FIR एवं Online FIR करने के प्रणाली, Dial-112 एव Dial-1930 (साईबर फ्रॉड) के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए आम नागरिकों को जागरूक किया गया.
3. कमजोर वर्ग के नागरिकों के लिए एससी/एसटी अत्याचार निवारक अधिनियम के तहत दर्ज काण्डों में यथाशीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया.
4. क्षेत्र में होने वाले साईबर अपराध तथा अवैध रूप से नागरिकों से ठगी करने वाली चिटफंड कम्पनियों आदि की रोक-थाम एवं उससे संबंधित दर्ज कांडों में त्वरित गति से अग्रतर कार्रवाई करने का भरोसा दिया गया.
5. ऐसे क्षेत्र जहाँ मानव तस्करी की घटना को लेकर अपराध होते है. वहाँ पर विशेष रूप से अपराध के भुक्तभोगियों की सूचना प्राप्त कर संलिप्त अपराधियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर अग्रतर कार्रवाई करने का भरोसा दिया गया.
6. अफीम की खेती तथा ब्राउन शुगर इत्यादि की खरीद-बिक्री की जानकारी प्राप्त करते हुए इसकी रोकथाम के लिए नागरिकों को जागरूक किया गया.
7. स्कूल, कॉलेज के बच्चों द्वारा नशीले पदार्थों का सेवन करने की जानकारी प्राप्त होने पर उसके रोक-थाम के लिए आम लोगों को जागरूक किया गया.
जिला केंद्र संख्या शिकायतकर्ता की संख्या
राँची। 17 256
खूँटी 1 14
सिमडेगा 4 74
लोहरदगा 1 37
गुमला। 6 48
रामगढ़ 1 52
हजारीबाग 3 95
चतरा। 3 52
कोडरमा 3 46
गिरिडीह 4 133
बोकारो 4 130
धनबाद 6 156
लातेहार 4 116
पलामू 5 107
गढ़वा। 3 115
दुमका 4 139
जामताड़ा 3 72
पाकुड़ 3 32
साहेबगंज 3 172
देवघर 1 24
गोड्डा 2 71
चाईबासा 1 16
जमशेदपुर 2 73
सरायकेला। 4 79
