Ranchi: जल जीवन मिशन योजना में अनियमितता से जुड़े मामले मे सोमवार को ईडी की टीम राजधानी रांची के विभिन्न ठिकाने समेत चाईबासा में कई ठिकानों पर दबिश दी है. जानकारी के मुताबिक आईएएस मनीष रंजन, मंत्री मिथलेश ठाकुर के पीएस हरेंद्र सिंह, मंत्री के भाई विनय ठाकुर समेत कई विभागीय इंजीनियर्स से जुड़े करीब दो दर्जन ठिकानों पर एकसाथ दबिश दी है. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के जल जीवन मिशन में अनियमितता को लेकर यह रेड चल रही है. रांची में जिन जगहों पर ईडी रेड चल रही है. उनमें इंद्रपुरी रोड, हरमू और मोरहाबादी समेत अन्य इलाका शामिल है. जानकारी के मुताबिक जल जंगल मिशन में करोड़ों रुपए के घोटाले मामले में यह छापेमारी हो रही है. पीएचईडी विभाग के कर्मचारी संतोष कुमार को अप्रैल 2024 में ने 20 करोड़ रुपये घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. सदर थाने में दर्ज मामले में आरोपी संतोष को सुखदेवनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर 51 लाख नगद बरामद किया गया था. इस मामले में ईडी रेड कर रही है.
ग्रामीण विकास विभाग में हुई कमीशनखोरी मामले में आइएएस मनीष रंजन से हुई थी पुछताछ
ग्रामीण विकास विभाग में हुई कमीशनखोरी मामले में मई माह में आइएएस अधिकारी मनीष रंजन से ईडी पूछताछ की थी. ईडी ने समन जारी कर 24 मई 2024 को पूछताछ के लिए हाजिर होने का निर्देश दिया था. इससे पहले ईडी ने कोर्ट में सौंपे रिमांड पिटीशन में कहा था कि ग्रामीण विकास विभाग की विकास योजनाओं में 15% की दर से कमीशन की वसूली होती थी. संजीव लाल टेंडर मैनेज कर कमीशन की रकम वसूलता था. वसूली के लिए बने सिस्टम में इंजीनियर और ठेकेदार शामिल हैं. कमीशन की रकम जहांगीर आलम के पास रखी जाती है और यह राशि बड़े अफसरों और राजनीतिज्ञों तक जाती थी.