Ranchi: रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड में शनिवार को मानव तस्करी ,अफीम तस्करी बाल विवाह पर बस चालक,कन्टेक्टर आम लोगों के साथ जागरूकता अभियान चलाया गया. जागरूकता कार्यक्रम में चाइल्ड राइट्स फाउंडेशन राँची के सचिव बैद्यनाथ कुमार ने कहा कि आज बच्चों का जीवन खतरों से भरा हुआ है. बच्चों के साथ बाल तस्करी एवं बाल विवाह के साथ साथ अफीम की तस्करी में भी बच्चों को शामिल किया जा रहा है. गांव गांव में प्लेसमेंट एजेंसी के दलाल घूमते हैं एवं आसानी से बच्चे इसके शिकार हो रहे. मानव तस्करी के बाद अफीम तस्करी का बड़ा बाजार झारखण्ड बनता जा रहा है. किसान लोग अल्प मुनाफा के लिए अपनी जमीन को बंजर बना रहे हैं. जिस जमीन पर अफीम की खेती होती है उस जमीन पर फिर दूसरा उपज नही हो पाता है. अफीम की तस्करी से मिले पैसो से लोग बाइक खरीद कर लाते हैं और नशा कर के गाड़ी चलाने से दुर्घटना होती है. जिससे कई मौतें ग्रामीण इलाकों में हो रही हैं. छोटे छोटे नाबालिक से अफीम की तस्करी कराया जा रहा है एवं बच्चों से अफीम की खेती में कार्य कराया जाता है.
बाल विवाह पर बताया कि पंजाब हरियाणा से लोग झारखण्ड की गांव की ओर आते हैं और दलालों के सहयोग से लड़कियों को शादी कर पंजाब और हरियाणा ले जा रहे है. जागरूकता अभियान में कांटा टोली बस स्टैंड में आज पुलिस एवं बस ऑटो चालक, बस कन्टेक्टर एवं स्थानीय दुकानदार और आसपास के लोगों को जागरूक किया गया एवं शपथ दिलाया गया की इस तरह की घटना को रोकने के लिए सभी लोग मिलकर काम करेंगे तो हमलोग इस तरह की घटना को रोक लगा सकते हैं. साथ ही मंईयां योजना के आने से झारखण्ड की लड़कियों की तस्करी में कमी आएगी एवं लड़कियां महानगर काम करने नही जाएगी.
इस जागरूकता कार्यक्रम में चाइल्ड राइट्स फाउंडेशन के बैद्यनाथ कुमार, चंदन कुमार, अनुज शर्मा एवं खादगढ़ा टीओपी के एएसआई भीम सिंह, अन्य पुलिसकर्मी और खादगढ़ा बस स्टैंड के ठेकेदार एवं सैकड़ो बस के चालक एजेंट, खलासी स्थनीय दुकानदार एवं स्थनीय निवासी शामिल हुए.