Ranchi: चाईबासा पुलिस ने दंपति हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है. हजारीबाग जेल में बंद आरोपी का जेल में तैनात गार्ड (मृतक) के साथ रुपये लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था. इसी विवाद के वजह से घटना को अंजाम दिया गया.
गिरफ्तार आरोपी में सोनुवा थाना क्षेत्र के देबाबीर के रहने वाले रामराई सुरीन, पुत्र मंगता सुरीन और झिकपानी थाना क्षेत्र के केलेन्डे निवासी बुधन सिंह सवैयाँ उर्फ छोटा का नाम शामिल है. आरोपी के निशानदेही पर CIAZ कार (JH01DG-2219), 2 कुल्हाड़ी और मोबाइल पुलिस ने बरामद किया है. मंगलवार को घटना की जानकारी देते हुए चाईबासा एसपी ने बताया कि 20 दिसम्बर को चक्रधरपुर थाना क्षेत्र के उटुटुवा गांव में एक अज्ञात सरकटी लाश बरामद किया गया था. इस संदर्भ में चक्रधरपुर थाना (कांड संख्या सं0-146/24) में हत्या का मामला दर्ज किया गया. इसी घटना के दो दिन बाद 22 दिसम्बर को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के आबू गांव में सड़क किनारे एक अज्ञात महिला का शव बरामद किया गया. महिला के सर पर चोट के निशान थे और गर्दन किसी धारदार हथियार से काटा हुआ था. इस संदर्भ में मुफस्सिल थाना (कांड संख्या-163/24) में हत्या का मामला दर्ज किया गया. अनुसंधान के क्रम में सूचना मिली के हजारीबाग जिला के रहने वाले एक दम्पत्ति 17 दिसम्बर को चाईबासा पहुंचे थे, लेकिन 19 दिसम्बर के रात से उनके परिजनों का इनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है. इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए उनके परिजनों से शवों की पहचान कराया गया. जो निर्मल एक्का पिता-पीटर एक्का पता- कोर्रा, हजारीबाग और रश्मि मोनिका सनमानी, पति-निर्मल एक्का के रूप में पहचान की.
दोनों कांड के उद्भेदन के लिए सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम तकनीकी सहयोग एवं वैज्ञानिक तरीकों से अनुसंधान करते हुए तीनों आरोपी को गिरफ्तार किया.
आरोपी ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में पुलिस को बताया कि आरोपी रामराई सुरीन वर्ष 2012 से सोनुवा थाना (कांड सं0-42/12) में दर्ज हत्या के मामले हजारीबाग जेल में सजायाफ्ता कैदी के रूप में सजा काट रहा था. इसी दौरान इसकी दोस्ती जेल मे गार्ड के रूप में तैनात हजारीबाग निवासी सेवानिवृत सैन्य कर्मी निर्मल एक्का से हो गयी. जिसके बाद निर्मल एक्का ने बताया कि उसने जमीन ले लिया है, इसलिए पैसे की जरुरत है, पर तुम्हारा (रामराई) खर्चा जेल के कैटिन से चल रहा है. पैसा देते रहो में बाद में वापस कर दूंगा. वर्ष-2021 से लगभग साढ़े पाँच लाख रुपये रामराई ने निर्मल एक्का को दिया. रामराई द्वारा पैसे की माँग करने पर निर्मल एक्का अपनी CIAZ CAR को रामराई को ले जाने को कहा. रामराई सुरीन को 9 अक्टूबर को जमानत पर रिहा किया गया. इसके बाद निर्मल की गाडी को लेकर अपने गाँव देवावीर आ गया. जिसके बाद रामराई के द्वारा निर्मल एक्का को फोन करके बताया गया कि तुम्हरा गाड़ी का आगे का हिस्सा टुटा हुआ है, जिस पर निर्मल द्वारा कहा गया गाड़ी नहीं लोगे तो मैं अपना गाड़ी वापस ले लूँगा और पैसा भी नहीं दूंगा. जिसपर रामराई को बहुत गुस्सा आया और उसे जान से मारने को सोचा. 17 दिसंबर को अपनी CIAZ CAR लेने के लिए निर्मल एक्का अपनी पत्नी रश्मि मोनिका सनमानी के साथ बस से चाईबासा आया. जहां रामराई सुरीन उन्हें अपने सहयोगियों के मदद से रिसीव किया और बहुत रात तक दोनों को इधर-उधर घुमाने के बाद उन्हें अन्य आरोपी बुधन सिंह सवैयाँ के ग्राम कैलेण्डे स्थित आवास पर रखा. दो दिन रखने के बाद उन्हें 19 दिसम्बर को संध्या में यह बोलकर गाड़ी में बिठाया कि उन्हें वे लोग चक्रधरपुर तक छोड़ देंगे लेकिन उनकी मंशा गाड़ी वापस करने की नहीं थी. जिसके कारण रामराई सुरीन गाड़ी की डिक्की में कुल्हाड़ी लेकर निकला और अपने सहयोगी बुधन सवैयाँ एवं मांगता सुरीन के साथ बरकेला के रास्ते जंगल में ले गया. रामराई सुरीन पैसाब करने के बहाने गाड़ी से उत्तरकर डिक्की से कुल्हाड़ी निकाला, जैसे ही निर्मल गाड़ी से उतरे तो कुल्हाड़ी से प्रहार कर गिरा दिया और सर काटकर हत्या कर दी. बॉडी को डिक्की में रखकर चक्रधरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम उटुटुया के जंगल में धड़ को रास्ता के किनारे अलग जगह पर फेंक दिया और सर को यहीं थोड़ा दूर में पत्थर से छुपा दिया. दूसरे दिन 20 दिसम्बर को उनकी पत्नी रश्मि मोनिका सनमानी की भी हत्या मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ग्राम आचू में गाड़ी से निकाल कर कर दी और गाड़ी को बुधन सिंह सवैयाँ के घर पर रखकर बाइक लेकर अपने-अपने घर चले गये. गिरफ्तार आरोपी के निशानदेही पर इस कांड में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, मृतकों का मोबाईल, कार सहित समान बरामद किया गया. रामराई सरीन पर पूर्व से सोनुवा थाना और परसुडीह थाना में हत्या का मामला दर्ज है.