Patna: बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए. सोमवार को समारोह में मुख्यमंत्री ने अभियंत्रण परीक्षा में अव्वल आने वाले छात्र-छात्राओं को डिग्री, मेडल एवं लैपटॉप प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया. विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की गयी विभागीय उपलब्धियों पर आधारित लघु फिल्म मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शित की गयी. मुख्यमंत्री ने बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय के पुस्तक का विमोचन किया. मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में आयोजित दीक्षांत समारोह में विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की सचिव डॉ प्रतिमा ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया. कार्यक्रम के अंत में सम्मानित होनेवाले छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री के साथ सामूहिक तस्वीर खिंचवाई. मुख्यमंत्री ने सम्मानित होनेवाले छात्रों को बधाई एवं शुभकामनायें देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
बता दे कि बिहार सरकार के सात निश्चय कार्यक्रम के तहत सभी जिलों में राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय की स्थापना करायी गयी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह परिकल्पना थी कि राज्य में अलग से एक स्वतंत्र अभियंत्रण विश्वविद्यालय की स्थापना की जाय ताकि पठन-पाठन का सत्र नियमित रूप से होने के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार हो सके. इसको ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है. विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है. प्रत्येक अभियंत्रण महाविद्यालय में उच्चस्तरीय आधारभूत संरचना, उच्च गुणवत्ता के प्रयोगशाला, वर्कशॉप एवं स्मार्ट क्लासरूम का निर्माण किया जा रहा है. मुख्यमंत्री की सोच के अनुरूप अभियंत्रण महाविद्यालय को पूर्ण रूप से आवासीय बनाया जा रहा है जहां छात्रावास एवं शिक्षकों के लिए आवास का निर्माण कराया जा रहा है. अभियंत्रण महाविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने एवं विभिन्न प्रकार की नयी-नयी तकनीकों का प्रशिक्षण भी दिया जाता है. छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद, योग प्रशिक्षण एवं मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जा रहा है. सरकार के इन सकारात्मक प्रयासों का असर छात्रों के नियोजन पर पड़ा है. बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं का नियोजन अच्छे-अच्छे संस्थानों में हो रही है.