Ranchi: इनामी नक्सली छोटू खरवार हत्याकांड में शामिल चार नक्सली को लातेहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मृत्युंजय भुईयां के साथ वर्चस्व तथा लेवी के पैसा को लेकर चल रहे विवाद में घटना को अंजाम दिया गया था. गिरफ्तार नक्सली में पुरन परहिया, बिनेश्वर भुईयां, लुरुक मिंया उर्फ नुर मोहम्मद और बालकेश भुईयां का नाम शामिल है. सभी छिपादोहर थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव का रहने वाला है. गिरफ्तार नक्सली के निशानदेही पर घटना में उपयोग किये गये AK47 का पाँच खोखा, खून सना मिट्टी, पत्ता, छोटू खरवार को गड्डा खोदकर छुपाये हुए स्थान से खून लगा सॉल, खून लगा सिलिपिंग बैंग, प्लास्टिक के चाट, जूता बरामद किया गया, छोटू खरवार का उपयोग करने वाला पोच जिसमें AK47 का एक मैगजीन, तथा 47 जिंदा गोली बरामद किया गया और दैनिक उपयोग में लाने वाला दो थैला पुलिस ने बरामद किया है. गुरुवार को घटना की जानकारी देते हुए लातेहार एसपी कुमार गौरव ने बताया कि<span;> गुप्त सूचना प्राप्त हुआ कि प्रतिबंधित माओवादी उग्रवादी संगठन के रिजनल कमाण्डर (RCM) बिरजू सिंह उर्फ छोटू खरवार उर्फ छोटू जी के हत्या में शामिल दस्ता के सक्रिय सदस्य पुरन परहिया नावाडीह चकलवा टोला अपने घर आया हुआ है. सूचना पर बरवाडीह एसडीपीओ के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया. गठीत टीम त्वरित कार्रवाई करते हुए नावाडीह चकलवा टोला में छापामारी कर घटना में शामिल माओवादी के सक्रिय सदस्य पुरन परहिया को गिरफ्तार किया गया है उनके निशानदेही पर अन्य तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार नक्सली से हत्या का कारण पुछने पर बताया गया कि मृत्युंजय भुईयां तथा छोटू जी के बीच वर्चस्व तथा लेवी के पैसा को लेकर काफी दिनों से अन बन चल रहा था. 25 नवम्बर की रात पैसा को लेकर मृत्युंजय जी, छोटू जी, चन्द्रदेव सिंह खरवार एवं दस्ता के अन्य सदस्यों के बीच कहा सुनी हुआ था. उसी में मृत्युंजय जी, चन्द्रदेव सिंह खरवार के साथ मिलकर छोटू जी को गोली मारकर हत्या कर दिया. 26 नवम्बर को सुबह में लाश को अपने सहयोगी के मदद से घटनास्थल के पास में ही स्थित ढोढ़ा में गड्डा खोदकर लाश को छुपा दिया. फिर 27 नवम्बर को अपने सहयोगी से छुपाये हुए लाश को गड्डे से निकलवाकर छापर अम्बाटीकर जाने वाले रास्ते में फेकवा दिया.