Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को मीठापुर में निर्माणाधीन बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय तथा बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की सचिव डॉ प्रतिमा एस वर्मा तथा भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने परियोजना के संबंध में रेखाचित्र के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी. साथ ही विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण एवं रेखाचित्र के माध्यम से बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य से संबंधित विस्तृत जानकारी दी.
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बिहार के बालक एवं बालिकाओं को उच्च स्तर की तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के लिए 27 जुलाई 2022 को बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय की स्थापना की गई तथा इसके भवन के निर्माण के लिए मीठापुर में 5 एकड़ भूमि आवंटित की गई. मुख्य भवन 4 मंजिल का होगा. इसका कुल निर्मित क्षेत्रफल 1,11,732 वर्गफीट है. इसके भूतल पर डीन कार्यालय, रजिस्ट्रार का कार्यालय, कैफेटेरिया एवं अन्य कार्यालय, प्रथम तल पर कुलपति कार्यालय, मीटिंग हॉल तथा मूल्यांकन केन्द्र बनाया जा रहा है. द्वितीय तल पर कार्यालय कक्ष, मूल्यांकन केन्द्र, भंडारगृह आदि तृतीय तल पर 5 अभिलेखागार, भंडारगृह आदि तथा चतुर्थ तल पर मूल्यांकन केन्द्र एवं 2 बड़े बहुउद्देशीय हॉल बनाया जा रहा है. साथ ही इस परिसर में 1 अतिथि गृह का भी निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 8 कमरे तथा 4 सुइट रूम का निर्माण किया जाना है. यहां 1 केयर टेकर आवास का भी निर्माण किया जा रहा है.
राज्य में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा (मेडिकल एजुकेशन) उपलब्ध कराने के उद्देश्य से महत्वाकांक्षी योजना के रूप में सात निश्चय-2 योजना के अंतर्गत स्थापित बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के नये भवन निर्माण कार्य किया जा रहा है. भवन का कुल क्षेत्रफल 27567 वर्गमीटर है. परियोजना के दो भाग हैं प्रथम भाग मुख्य विश्वविद्यालय भवन, जिसका कुल क्षेत्रफल 12,645 वर्ग मीटर है, जिसके अंतर्गत प्रशासनिक सह शैक्षणिक भवन, परीक्षा कक्ष, औषधालय, बहुउद्देशीय मंच, प्रतीक्षालय कक्ष, सूचना केन्द्र, नामांकन शाखा, कुलाधिपति कक्ष, प्रशिक्षण सह स्थानन शाखा इत्यादि हैं तथा दूसरे भाग उपभवन, जिसका कुल क्षेत्रफल 14922 वर्ग मीटर है, जिसके अंतर्गत कुलपति आवास, विश्वविद्यालय अतिथि गृह तथा बहुउद्देशीय सभागार की व्यवस्था की गई है.
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के तहत विश्वविद्यालय के बनाये जा रहे मुख्य भवन, प्रशासनिक एवं शैक्षणिक भवन, परीक्षा एवं मूल्यांकन भवन, सभागार, स्टॉफ क्वाटर सहित सभी संरचनाओं का निर्माण कार्य बेहतर ढंग से और तेजी से करायें. निर्माण कार्य ऐसा हो कि परिसर देखने में अच्छा लगे. उन्होंने कहा कि मीठापुर के इस क्षेत्र में चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वाविद्यालय, निफ्ट, चाणक्या लॉ यूनिवर्सिटी एवं मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थान बनाये गए हैं. यह पूरा क्षेत्र काफी अच्छा हो गया है. इन दोनों विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य पूर्ण हो जायेगा तो यह क्षेत्र और भी अच्छा दिखेगा.
निरीक्षण के दौरान विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की सचिव डॉ प्रतिमा एस वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव सह भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्रेशखर सिंह, पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा, बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ सुरेश कांत वर्मा, बिहार स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर एस०एन० सिन्हा सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.